::: प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना :::
::: 10 एमटीएस कर्मियों की लगी ड्यूटी, फिर भी पोर्टल पर नहीं हो सका तस्वीर अपलोड
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के लाभुकों के बैंक अकाउंट में दूसरे, तीसरे व चौथे किस्त की राशि ट्रांसफर करने में पेच फंस गया है. विभाग की तरफ से प्रधानमंत्री आवास योजना को लेकर जो पोर्टल बना है, उसमें जियो टैंगिंग वाली तस्वीर खींच कर अपलोड करना है. इसके लिए नगर आयुक्त ने पिछले महीने ही दस एमटीएस कर्मियों की जिम्मेदारी सौंपी थी. काम में सुस्ती के कारण 100 आवास का भी जियो टैंगिंग तस्वीर खींच कर अपलोड नहीं किया जा सका है. इससे लगभग एक हजार आवास योजना के लाभुकों की राशि रुकी है. वर्ष 2015 से 2019 तक में फेज वन, टू व थ्री में चयनित लाभुकों को जिन्हें प्रथम किस्त में 50 हजार रुपये की राशि मिल चुकी है. जियो टैगिंग तस्वीर विभागीय पोर्टल पर अपलोड होने के बाद दूसरे किस्त का एक लाख रुपये ट्रांसफर होना है. इसके अलावा जिन्हें दूसरा व तीसरा किस्त मिल चुका है. वैसे लाभुकों को चौथे किस्त में शेष बची 30 हजार रुपये दिये जायेंगे. नगर निगम की तरफ से इसके लिए 1496 लाभुकों का चयन किया गया है. सभी लाभुकों की जियो टैगिंग तस्वीर लेकर विभागीय पोर्टल पर अपलोड करने के लिए नगर आयुक्त ने दस एमटीएस कर्मियों की प्रतिनियुक्ति किया था.
दो लाख रुपये मिलता है आवास बनाने के लिए
शहरी क्षेत्र में पीएम आवास योजना के लिए चयनित लाभुकों को दो लाख रुपये मिलते हैं. प्रथम किस्त में 50 हजार, दूसरे किस्त में 01 लाख, तीसरी किस्त में 20 हजार और चौथे किस्त में शेष बची 30 हजार रुपये की राशि दी जाती है. अब तक लगभग 01 हजार घरों का निर्माण पूर्ण हो चुका है. पहले, दूसरे व तीसरे फेज में चयनित होने के बाद चौथे फेज में भी लगभग 01 हजार लाभुकों का आवेदन नगर निगम में जमा हुआ है.