मुजफ्फरपुर. टीबी मरीजों की तलाश करने में जिले के निजी अस्पताल सहयोग नहीं कर रहे हैं. जिला क्षय रोग नियंत्रण विभाग के प्रयासों के बावजूद जिले के मात्र 12 अस्पताल ही टीबी मरीजों की सूचना भेज रहे हैं. अब अधिकारियों ने बिना सूचना दिए टीबी मरीजों का इलाज करने वाले अस्पतालों के खिलाफ कार्रवाई करने की योजना बनायी है. जिन अस्पतालों के पर्चे पर टीबी मरीजों के इलाज की पुष्टि होगी, उनके खिलाफ कार्रवाई होगी. नियम के अनुसार टीबी का इलाज करने वाले अस्पताल, जांच करने वाले पैथोलॉजी सेंटर एवं दवा बिक्री करने वाले मेडिकल स्टोर संचालक को मरीज के बारे में जिला क्षय रोग नियंत्रण विभाग में जानकारी देनी होती है. टीबी संक्रमित मरीज को प्रतिमाह पांच सौ रुपये आर्थिक सहायता के साथ दवा नि:शुल्क दी जाती है. टीबी मरीज को सूचीबद्ध होने के बाद विभाग की ओर से उसकी नियमित निगरानी की जाती है.
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