शहर के कई इलाकों से निकला जुलूस, तिलक मैदान में हुई तकरीर उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर पैगंबर मोहम्मद साहब के जन्म दिवस पर सोमवार को धूमधाम से मनाया गया. इस मौके पर शहर के विभिन्न जगहों से लोगों ने जुलूस निकाल कर जश्न मनाया. धार्मिक झंडों के साथ लोग पैदल और बाइक से जुलूस में शामिल हुए. शहर के विभिन्न इलाकों से निकला जुलूस शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए तिलक मैदान पहुंचा. माड़ीपुर स्थित मदरसा दारुल उलूम अनवार-ए-मुस्तफा की ओर से मोलाना अलहाज मो नूर आलम अशरफी व अध्यक्ष मोलाना मुफ्ती अलहाज, मो मोजम्मिल आलम अशरफी के नेतृत्व में मदरसा से एक विशाल जुलूस निकाला गया. जिसमें कुरान का पाठ कारी मो वसी अख्तर अशरफी न किया. जुलूस की निगरानी हाफिज सनाउल्ला, मौलाना अब्दुल रहमान मिसवाही, मौलाना साजिद हुसैन, मौलाना फारूक अहमद मिसवाही व मौलाना इफ्तेखार मिसबाही कर रहे थे. यह जुलूस मदसा से निकल कर माड़ीपुर, जूरन छपरा, कंपनीबाग होते हुए तिलक मैदान पहुंची. यहां जुलूस-ए-मुहम्मदी का भव्य स्वागत किया गया. मुफ्ती अलहाज मो मोजम्मिल आलम अशरफी ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि जब सारा विश्व अंधकारमय था, चारों ओर अशांति फैली हुई थी, मजदूरों को खरीदा-बेचा जा रहा था, बेटियों को पैदा होते दफन किया जा रहा था. मोहम्मद साहब ने ऐसे तमाम कुप्रथाओं को समाप्त कर दिया. उन्होंने फरमाया कि सात हलाक करने वाले गुनाहों से बचो, किसी व्यक्ति का कत्ल करने, सूद खाने और यतीम का माल हडृ़पने से परहेज करो. मुहम्मद साहब ने कहा था कि वह व्यक्ति जन्नत में नहीं जाएगा, जिसने अपने पड़ोसी को सताया हो. इस मौके पर मो जमील अख्तर, मो मोदस्सीर, मो मुर्शीद, मो अयूब, नबी आलम, जुनैदा खां, मो अख्तर हुसैन व शौकत अली खां शामिल थे. कई चौक पर शरबत का लगा था स्टॉल जुलूस में शामिल लोगों को शरबत पिलाने के लिए कई चौक पर स्टॉल लगाया गया था. धार्मिक झंडों से कई इलाके पटे हुए थे. चौक पर लगे स्टॉल से दर्जनों लोगों ने जुलूस में शामिल लोगों को शरबत पिलाया. सुबह से दोपहर तक निकले विभिन्न इलाकों से जुलूस शहर के कई इलाकों का चक्कर लगाते हुए तिलक मैदान पहुंचा. दोपहर दो बजे तिलक मैदान रोड में चलने लायक जगह नहीं थी. यहां तकरीर के बाद कार्यक्रम का समापन हुआ.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है