-देशभर के डॉक्टर दो दिवसीय सम्मेलन में विचार रखेंगे मुजफ्फरपुर. महिलाओं में गर्भाशय का कैंसर आम होता जा रहा है. हालांकि इसका इलाज आसान है, लेकिन समय रहते महज एक टीका लगवाकर कैंसर की आशंका से काफी हद तक बचा जा सकता है. यह बातें संवाददाता सम्मेलन में स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ रंगीला सिन्हा ने कहीं. उन्होंने कहा कि इसी को लेकर दो दिवसीय सम्मेलन माडीपुर के एक होटल में 22-23 जून को आयोजित किया जायेगा. इसमें देशभर से विशेषज्ञों की टीम विचार रखेगी. कहा कि इस कैंसर की बड़ी वजह एचपीवी नाम का वायरस है. जो किशोरियों मेंं पहली माहवारी के दौरान ही एंटी एचपीवी इंजेक्शन लगा देने से भविष्य में गर्भाशय के कैंसर होने की आशंका को काफी हद तक कम किया जा सकता है. दुनिया के कई देशों में यह आवश्यक है, लेकिन हमारे यहां अभी इसका प्रचलन ही हुआ है. यह सही है कि कैंसर के उपचार में तकनीक और दवाओं में क्रांतिकारी बदलाव आए हैं. 16 से 35 वर्ष की महिलाओं में यूटरस (गर्भाशय) कैंसर के मामलों में तेजी से वृद्धि हो रही है. इस आयुवर्ग की महिलाओं में ह्यूमन पैपिलोमेवायरस (एचपीवी) विषाणु के संक्रमण के खतरे की अधिकतम आशंका होती है, जो भविष्य में उन्हें गर्भाशय कैंसर की तरफ ले जाता है. कहा कि महिलाओं में यूटरस कैंसर का खतरा किसी भी उम्र में हो सकता है. राहत की बात यह है कि इसके विषाणु के संक्रमण पर रोकथाम अब टीकाकरण से संभव है. इस मौके पर डॉ पल्लवी राय, डॉ नीलम सिन्हा, डॉ विभा वर्मा, डॉ प्राची, डॉ साधना सिन्हा, डॉ आशु रानी, डॉ रेखा झा, डॉ स्मिता, डॉ पूजा सिन्हा, डॉ रंजनी, डॉ रानी पाठक आदि ने भी विचार रखे.
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