नरियार नवादा में प्रशासन की टीम ने खाली कराया अतिक्रमण प्रतिनिधि, मोतीपुर उच्च न्यायालय के आदेश पर गुरुवार को मोतीपुर थाना क्षेत्र के नरियार नवादा में अतिक्रमण खाली करने पहुंची प्रशासन की टीम को मुखिया और उनके समर्थकों के भारी विरोध का सामना करना पड़ा. विरोध के दौरान तो एक बार मुखिया ललन राय ने अपने ही गमछा से अपना गर्दन कसकर आत्महत्या की धमकी तक दी. बाद में गुस्साए मुखिया ने अपना मोबाइल फोन पटक कर तक तोड़ डाला. बावजूद इसके प्रशासन ने सरकारी भूमि पर से तक़रीबन 114 अवैध निर्माण को ध्वस्त कर सरकारी जमीन से अतिक्रमण को खाली करा लिया. मुखिया के एक भवन का कुछ हिस्सा भी शामिल है. अतिक्रमण खाली कराने में तक़रीबन छह घंटे से भी ज्यादा का समय लगा. जानकारी के अनुसार नारियार निवासी आदेश अलबेला ने नारियार मन चौक से नारियार गांव में जाने वाले पुरानी सड़क के किनारे से अतिक्रमण हटाने के लिए उच्च न्यायालय में मामला उठाया था. सुनवाई के बाद न्यायालय ने सड़क किनारे के सरकारी भूमि से अतिक्रमण हटाने का आदेश जिलाधिकारी को दिया था. जिलाधिकारी के निर्देश पर सीओ रुचि कुमारी ने अतिक्रमणकारियों को अतिक्रमण खाली करने का नोटिस भी दिया था. बावजूद इसके अतिक्रमणकारी ने अतिक्रमण नहीं हटाया. इसके बाद अंचलाधिकारी के नेतृत्व में प्रशासन की टीम ने गुरुवार को कार्रवाई की. मुखिया ललन राय ने कहा कि अतिक्रमण हटाने आये एक पुलिस कर्मी का व्यवहार अच्छा नहीं था. उसने उनके साथ दुर्व्यवहार किया. श्री राय बेघर हुए भूमिहीनों को बासगीत पर्चा मुहैया कराने की मांग की है. आत्महत्या की धमकी देने से इंकार किया. सीओ रुचि कुमारी ने बताया कि वादी आदेश कुमार ने उच्च न्यायालय में अतिक्रमण हटाने के लिए याचिका दायर की गई थी. इसके आलोक में बुधवार को कुल चिन्हित 114 अतिक्रमित घरों को कब्जा मुक्त करा दिया गया है.
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