पूजा समितियों को बनाना होगा फायर प्रूफ पंडाल
दुर्गा पूजा समितियों को फायर प्रूफ पंडाल बनाना होगा.
मुजफ्फरपुर.दुर्गा पूजा समितियों को फायर प्रूफ पंडाल बनाना होगा. बिहार अग्निशमन मुख्यालय ने कहा है कि पंडाल बनाने में सूती कपड़े व स्पार्कलेस लाइट का इस्तेमाल करें. शहर से लेकर गांवों तक पंडाल बनाने का काम शुरू हो गया है. अधिकांश जगहों पर बांस-बल्ला लगा दिया गया है. पंडालों में अग्नि सुरक्षा का पुख्ता इंतजाम हो, इसके लिए निर्देश जारी हुए हैं. जिला अग्निशमन पदाधिकारी त्रिलोक नाथ झा ने सहायक फायर ऑफिसर विनय सिंह को आदेश दिया है कि पूजा समितियों के साथ बैठक कर गाइडलाइन का पालन कराएं.जिला अग्निशमन विभाग की टीम पंडालों में जाकर फायर ऑडिट करेगी. वहां अग्नि सुरक्षा को लेकर जो भी कमियां सामने आएंगी, उसे संबंधित समिति को बताया जायेगा.
पंडाल में अग्नि सुरक्षा को लेकर ये करें इंतजाम
– फायर रिटायरडेंट सॉल्यूशन में उपचारित किया हुआ सूती कपड़े का पंडाल बनाएं– पंडाल के चारों तरफ कम से कम 4 से 5 मीटर खुला स्थान रखें
– पंडाल का निर्माण रेलवे लाइन, बिजली पावर सब स्टेशन, चिमनी या भट्ठा से कम से कम 15 मीटर की दूरी पर हो– पंडाल से बाहर निकलने के लिए रास्ता पांच मीटर से कम चौड़ा न रखें.
– पंडाल से बाहर निकलने के लिए कम से कम तीन रास्ते एक-दूसरे के विपरीत बनाएं.– बिजली की व्यवस्था लाइसेंसधारी ठेकेदारों से ही कराएं.
– बिजली के तारों को पोर्सलीन कनेक्टर के माध्यम से जोड़ें.– बिजली के तार को अच्छे से टेपिंग करें
– बिजली कट जाने पर स्पार्कलेस लाइट का प्रयोग करें-अग्निशमन हेतु पानी की आधी मात्रा पंडाल के अंदर और आधी मात्रा पंडाल के बाहर रखें.- हवन कुंड के पास चार बड़े ड्रम में पानी व मग रखें- रावण दहन की वैसी जगह चुनें, जहां पर्याप्त जगह हो, एक सुरक्षित घेरा भी बनाएंडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है