कलश स्थापना कर शुरू हुई पूजा, मां के शैलपुत्री रूप की आराधना
कलश स्थापना कर शुरू हुई पूजा
मंदिरों में गूंजा दुर्गा सप्तशती का पाठ, शाम में भक्तों की रही भीड़ उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर चैत नवरात्र के पहले दिन माता मंदिरों और घरों में कलश स्थापना कर मां दुर्गा के पहले रूप शैलपुत्री की आराधना हुई. नवरात्र को लेकर सुबह से ही तैयारी होने लगी थी. कुछ लोगों ने ब्रह्ममुहूर्त में कलश स्थापित किया तो कुछ ने अभिजीत मुहूर्त में सुबह 11.35 बजे से दोपहर 12.24 बजे कलश बैठाया. दुर्गा मंदिरों में सुबह से ही दुर्गा सप्तशती के पाठ गूंजते रहे. शहर के बगलामुखी मंदिर, देवी मंदिर, गोला रोड के दुर्गा स्थान मंदिर, बीएमपी छह स्थित दुर्गा मंदिर, ब्रह्मपुरा के सर्वेश्वर नाथ मंदिर और सिकंदरपुर के काली मंदिर में सुबह से भक्तों की भीड़ रही. मां की पूजा के समय काफी संख्या में भक्त मौजूद रहे. शाम में भी मंदिरों में भक्तों की अच्छी भीड़ रही. महिलाओं ने दीप जला कर माता की उपासना की. घरों में भक्तों ने की माता की उपासना नवरात्र को लेकर घरों में भी भक्ति का माहौल रहा. भक्तों ने सुबह कलश स्थापित कर माता की पूजा की. कई घरों में माता का चित्र रखकर मां की उपासना की गयी. कई परिवारों में पुरोहित ने कलश स्थापित कर नौ दिनों के पूजा की शुरुआत करायी. सुबह पूजन आरती के बाद भक्तों ने दुर्गा सप्तशती के साथ कील और कवच का पाठ किया. शाम में माता की आरती कर भक्तों ने फलाहार किया. चैत नवरात्र को लेकर पूजन सामग्रियों के बाजार में सुबह भीड़ रही. लोगों ने मां की चुनरी और नारियल की खरीदारी की.