मुजफ्फरपुर.
राज्य खाद्य निगम के गोदाम खाली हैं और ट्रकों से पीडीएस विक्रेता खाद्यान्न उतारकर ले जा रहे हैं. इस कारण खाद्यान्न की गुणवत्ता भी प्रभावित हो रही है. इससे लाभुकों में रोष रहता है. यह बातें एसडीओ पूर्वी अमित कुमार द्वारा अनुमंडल स्तरीय अनुश्रवण समिति की बैठक में मीनापुर बीएसओ ने कही. बताया कि गोदाम में जगह रहने के बावजूद भंडारण नहीं हो पाता, इस कारण इस कारण पहले आओ, पहले पाओ का भी अनुपालन नहीं हो रहा है. इस पर एसडीओ बीएसएफसी के जिला प्रबंधक को निर्देश दिया कि वह सभी गोदाम प्रबंधक को भंडारण व डिस्पैच की व्यवस्था सुनिश्चित कराये. जो इसका उल्लंघन करते है उनकी रिपोर्ट दे. बैठक में बोचहां विधायक अमर पासवान ने खाद्य निगम के गोदामों में साफ-सफाई नहीं होने से अनाज में गंदे मिश्रण की बात कही. इससे अनाज के खराब होने की संभावना बढ़ जाती है. इस पर एसडीओ ने जिला प्रबंधक को गोदामों की साफ-सफाई व कीटनाशक दवा का छिड़काव कराने को कहा.खाद्यान्न वितरण में चार प्रखंड बहुत पिछड़े
खाद्यान्न वितरण की समीक्षा में नौ औराई, मीनापुर, गायघाट व कटरा प्रखंड बहुत पिछड़े हैं. इसमें भी औराई का प्रदर्शन सबसे कम है. औराई में महज 29.24, मीनापुर में 31.12, गायघाट में 31.71 व कटरा में 34.12 प्रतिशत वितरण हुआ है. वहीं समीक्षा में पता चला कि किसी गोदाम में खाद्यान्न अधिक है तो कहीं शून्य है. इस पर जिला प्रबंधक को निर्देश दिया गया कि खाली पड़े गोदाम में अनाज का भंडारण करायें. वैसे विक्रेताओं को चिह्नित करें जिनके पास पूर्व से अवशेष भंडार है. मासिक आवंटन प्राप्त करने के बाद भी वितरण शुरू नहीं किया गया है. खाद्यान्न वितरण में शिथिलता बरतने वाले विक्रेताओं पर कार्रवाई के लिए प्रतिवेदन उपलब्ध करायें. बीएसओ द्वारा बताया गया कि बीएसएफसी द्वारा डोर स्टेप डिलेवरी की स्थिति बहुत धीमी है. कई गोदाम पर वाहनों की कमी के कारण उठाव का प्रतिशत कम है.
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