मुजफ्फरपुर. रेलवे अच्छी सुविधाओं के दावों पर सवाल उठने लगा है. सुविधाओं के नाम पर यात्रियों से पैसे तो वसूल हो रहा है, लेकिन यात्रियों की परेशानी को नहीं समझ पा रहे हैं. ट्रेन के एसी और स्लीपर कोचों में कॉकरोच की भरमार है. इसके कारण लोग कोच में रात भर जग रहे हैं. 15227 बेंगलुरु-मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस का है. इसमें बुधवार की देर रात 12.35 बजे गाड़ी बेंगलुरु से मुजफ्फरपुर के लिए खुली. यात्री सोने की तैयारी कर रहे थे, इसी दौरान थर्ड एसी के बी-1 कोच में सीटों पर कॉकरोच दौड़ने लगी. लगभग सीट पर इस समस्या से यात्री परेशान हाे गये. रात के दो बजे के करीब कई यात्रियों ने रेलमदद व अधिकारियों को टैग कर शिकायत की. समाधान को लेकर कोई स्टाफ नहीं आये, वहीं दूसरे दिन गुरुवार को दोपहर के समय ए.पल्ली नाम के यात्री ने फिर से अधिकारियों को बताया कि समाधान हुआ नहीं और शिकायत केस आइडी को बंद कर दिया. यह रेल यात्रा का सबसे खराब अनुभव है. मामले में सोनपुर डीआरएम की ओर से समाधान का सिर्फ आश्वासन दिया गया. ट्रेनों में पेस्ट कंट्रोल की जरूरत ट्रेनों के कोच में अक्सर कॉकरोच,चूहा व मच्छर से यात्री परेशान रहते हैं.ट्रेन में इनसे यात्रियों को बैठने व सोने में परेशानी होती है.रेलवे के अधिकारी बताते हैं कि रेलवे द्वारा समय-समय पर कोच में पेस्ट कंट्रोल के माध्यम से सफाई करवाई जाती है.जिससे कॉकरोच व अन्य कीड़े नहीं आते हैं.
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