करुणा व प्रेम का सागर है रामचरित मानस
करुणा व प्रेम का सागर है रामचरित मानस
32वां सत्संग कटरा़ प्रखंड मुख्यालय स्थित प्रसिद्ध शक्तिपीठ मां चामुंडा मंदिर परिसर में सर्व धर्म सद्भाव एवं स्वधर्म निष्ठा पर आधारित सत्संग सेवा कार्यक्रम के तहत 32वां सत्संग का आयोजन किया गया. अध्यक्षता शुभनारायण शुभंकर ने की. इसमें कहा गया कि रामचरित मानस एक अनमोल ग्रंथ है, जिसने मानव में मानवता का संचार करने का काम किया है. रामचरित मानस करुणा व प्रेम का सागर है, जिसमें पिता-पुत्र, राजा-प्रजा, मित्र सहित स्वामी व सेवक में अन्योन्याश्रय संबंध दिखाकर समाज को प्रेरणा देने का काम करता है. कार्यक्रम को कपिलदेव यादव, प्रमोद कुमार, अवधेश सिंह, विनोद पांडेय, संजीव कुंवर सहित अन्य लोगों ने संबोधित किया. कार्यक्रम का आयोजन मंदिर न्यास बोर्ड द्वारा किया गया, जिसमें न्यास बोर्ड के अध्यक्ष रघुनाथ चौधरी, सचिव सुरेश साह, कोषाध्यक्ष तारकेश्वर सिंह, सदस्य जयशंकर सिंह, हरेराम सिंह, सुरेंद्र मंडल, मुकेश कुमार सहित अन्य लोगों ने सहयोग किया.
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