मुजफ्फरपुर.
26 नवंबर को अयोध्या के कारसेवक पुरम से निकली रामजी की बरात शुक्रवार की रात कांटी पहुंची. यहां बरातियों ने छिन्नमस्तिका मंदिर का दर्शन किया. शनिवार को बरात शिवहर और रुन्नीसैदपुर होते हुए पुनौरा धाम, जानकी मंदिर पहुंचेगी. इसके बाद एक दिसंबर को बारात पुपरी और अहिल्या स्थान होते हुए बेनीपट्टी में रात्रि विश्राम करेगी. दो दिसंबर को यह मधवापुर मटिहानी पहुंचेगी.चार दिसंबर को दशरथ मंदिर में समधी मिलन होगा और छह दिसंबर को जनकपुर के बरबीघा मैदान में भव्य विवाहोत्सव होगा. इस मौके पर विभिन्न प्रकार के धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. नौ दिसंबर को बारात गोरखपुर लौटेगी. अयोध्या से 250 लोग बन कर आएं बरातीइस आयोजन को लेकर श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है. इस साल विवाह पंचमी छह दिसंबर को मनायी जाएगी. ऐसा माना जाता है कि इस दिन भगवान राम और माता सीता की शादी हुई थी. इसलिए हिंदुओं के लिए यह दिन बहुत ही महत्व रखता है. विवाह पंचमी के दिन को शादी की वर्षगांठ के तौर मनाया जाता है. हर साल इस दिन भगवान राम और माता सीता की शादी करायी जाती है. इस बार एक बार फिर अयोध्या से बरात जनकपुर के लिए निकल गयी है. भगवान राम की बारात ढोल-नगाड़े और बैंड-बाजों के साथ जनकपुर पहुंचेगी. बरात में चार रथ और करीब 20 गाड़ियां शामिल हैं. बारात में करीब 250 लोग बराती बनकर आए हें.
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