-रक्सौल के एक्सपोर्टर संजीव गुप्ता को ट्रांजिट रिमांड पर बंगाल ले गया डीआरआइ
संवाददाता, मुजफ्फरपुर
रक्सौल में सड़क किनारे चाट दुकान लगा कर अपनी आजीविका चलाने वाले अजय साह के नाम पर तस्करी के लिए एक्सपोर्टर संजीव कुमार गुप्ता कई कंपनी चला रहा था. श्रीगणेश ट्रेड कंसर्न नाम के फर्म के बिल पर बांग्लादेश के रहमान एंड ब्रदर्स को भेजे जा रहे 7.09 करोड़ रुपये के अवैध सामान की जब्ती के बाद कोलकाता जोन व मुजफ्फरपुर जोन की डीआरआइ टीम की जांच में तस्कर सिंडिकेट के कई रहस्य खुले हैं. इसका जुड़ाव दिल्ली के इरफान भाई और पश्चिम बंगाल के तपन बोस से है. तस्करों के इसी सिंडिकेट से संजीव गुप्ता भी जुड़ा है.डीआरआइ कोलकाता की टीम रक्सौल से गिरफ्तार एक्सपोर्टर संजीव गुप्ता को सोमवार को सीजेएम न्यायालय में प्रस्तुत कर दो दिन के ट्रांजिट रिमांड पर पश्चिम बंगाल ले गयी. बांग्लादेश बॉर्डर इलाके में कार्टेज, इंक, कंप्यूटर पार्ट्स आदि तस्करी के अवैध सामान जब्ती की जांच कर रहे डीआरआइ के अधिकारी सायर जाना ने तस्कर संजीव को मुजफ्फरपुर सीजेएम कोर्ट में प्रस्तुत किया. डीआरआइ सूत्रों के अनुसार पूर्वी चंपारण के रक्सौल थाना के हंसनगर वार्ड 19 के निवासी संजीव गुप्ता ने चार्ट की दुकान चलाने वाले अजय कुमार साह को झांसा देकर उसका आधार कार्ड, पैन कार्ड और तस्वीर आदि ले ली. जिसका इस्तेमाल कर उसने सिम कार्ड भी निकाल लिया. फिर अजय के नाम से ही उसने विदेश से तस्करी के लिए अलग-अलग नाम से आधा दर्जन एक्सपोर्ट कंपनी बना निबंधित करा ली. अजय के नाम से जीएसटी नंबर भी लिया. सभी कंपनियों का निदेशक अजय साह को ही बनाया.
करोड़ों की तस्करी करने वाले को चाट बेचते देख दंग रहे गये अधिकारीजब डीआरआइ की टीम रक्सौल पहुंची और हर माह करोड़ रुपये के अवैध सामानों का विदेश से तस्करी करने वाले अजय साह को तलाश किया तो उसे चाट बेचते देख दंग रह गयी. अधिकारी सायर जाना समेत टीम के अन्य अधिकारियों ने उससे घंटों पूछताछ की. उसके घर की तलाशी ली गयी. इससे अजय की गरीबी डीआरआई टीम के सामने आ गयी. अजय ने पूछताछ में राज खोला कि उसे झांसा देकर संजीव गुप्ता ने जरूरी दस्तावेज ले लिया. जब उसे लौटाने के लिए बोला को उसके साथ गाली गलौज और मारपीट की.
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