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1.43 लाख स्टूडेंट्स को एक वर्ष बाद भी रजिस्ट्रेशन स्लिप नहीं दी

-विवि में फी जमा करने के बाद भी कॉलेजों में नहीं पहुंची रजिस्ट्रेशन स्लिप

-प्रिंटर व पेपर के पेच में फंसी है स्लिप, दाे सेमेस्टर की हो चुकी हैं परीक्षाएंमुजफ्फरपुर.बीआरएबीयू में स्नातक सत्र 2023-27 में नामांकित 1.43 लाख छात्र-छात्राओं को एक वर्ष से अधिक समय बीत जाने के बाद भी रजिस्ट्रेशन स्लिप नहीं मिली. पिछले वर्ष इन स्टूडेंट्स का विभिन्न कॉलेजों में दाखिला लिया गया था. कॉलेजों की ओर से नामांकित छात्र-छात्राओं का रजिस्ट्रेशन शुल्क भी विवि के परीक्षा विभाग में जमा करा दिया गया. इसके बाद भी अबतक इन विद्यार्थियों का रजिस्ट्रेशन स्लिप कॉलेजों को नहीं भेजा गया है. जबकि, इनके प्रथम और द्वितीय सेमेस्टर की परीक्षा तक समाप्त हो चुकी है. रजिस्ट्रेशन स्लिप नहीं मिलने से छात्र-छात्राओं का परिणाम पेंडिंग होने का खतरा बना हुआ है. विवि का कहना है कि छात्र-छात्राओं को परीक्षा फॉर्म भरकर दिया जा रहा है. यदि इसमें कोई गड़बड़ी रहेगी तो छात्र-छात्राएं इसे सुधार कर जमा करेंगे. सुधार के बाद विवि एडमिट कार्ड जारी करेगा. अब समस्या यह है कि विद्यार्थियों के पास रजिस्ट्रेशन स्लिप ही नहीं है तो वे अपने नाम, अभिभावक के नाम व विषय विकल्प आदि में गड़बड़ी को कैसे देखेंगे. कॉलेजों में बार-बार छात्र-छात्राएं रजिस्ट्रेशन के लिए चक्कर काट रहे हैं. जानकारी के अनुसार विवि का प्रिंटर कार्य नहीं कर रहा है. इसके बाद पेपर जिस एजेंसी को सप्लाई करना था. उसने काफी घटिया किस्म का पेपर दिया था. ऐसे में उसे लौटा दिया गया. यही वजह है अबतक रजिस्ट्रेशन स्लिप छात्रों को नहीं मिल सकी है. परीक्षा विभाग का कहना है कि रजिस्ट्रेशन स्लिप की छपायी हो गयी है. अब कॉलेजों के प्रतिनिधि इसे विभाग से प्राप्त कर रहे हैं.

रजिस्ट्रेशन शुल्क में तीन गुणा बढ़ोतरी :

पहले जहां विवि में छात्र-छात्राओं के रजिस्ट्रेशन का शुल्क 200 रुपये था. राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत सीबीसीएस लागू होने के बाद रजिस्ट्रेशन शुल्क छह सौ रुपये लिया जाना था, लेकिन पिछले वर्ष छात्रों से 200 रुपये ही लिये गये. इस कारण विवि को पांच करोड़ से अधिक रुपये का नुकसान हुआ है. आनन-फानन में नयी व्यवस्था को लागू तो कर दिया गया, लेकिन रजिस्ट्रेशन शुल्क पुरानी तय दर से ही लिया गया. ऐसे में नये सत्र में अब छात्रों को तीन गुना अधिक फी देनी पड़ेगी.

डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

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