जलवायु परिवर्तन से लड़ने में कारगर है अक्षय ऊर्जा
जलवायु परिवर्तन से लड़ने में कारगर है अक्षय ऊर्जा
एमआइटी में एक्सपर्ट टॉक, अक्षय ऊर्जा के महत्त्व व तकनीक की दी जानकारी
मुजफ्फरपुर.
जलवायु परिवर्तन से लड़ने में अक्षय ऊर्जा कारगर हो सकती है. एमआइटी में एक्सपर्ट टॉक में अक्षय ऊर्जा के महत्त्व व तकनीक की जानकारी दी गयी. फाॅर्मेसी, लेदर टेक्नोलॉजी, स्टार्टअप सेल, टीपीओ व आइआइसीएचइ के लोकल चैप्टर के संयुक्त तत्त्वावधान में केमिकल इंजीनियरिंग के दो विशेषज्ञों ने एक्सपर्ट टॉक का आयोजन किया. इसमें आइआइसीएचइ, कोलकाता के सचिव डॉ सुनील बरन कुइला ने “मैन्युफैक्चरिंग टेक्नोलॉजी ऑफ एक्रिलिक फाइबर्स ” विषय पर व्याख्यान दिया. उन्होंने पॉलिमर की उपयोगिता, इसे बनाने की प्रक्रिया व भविष्य की जरूरतें समझायीं. आइआइसीएचइ के ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट के डायरेक्टर अविजीत घोष ने “इंडिया की एनर्जी रेवोल्यूशन ” पर व्याख्यान दिया. उन्होंने अक्षय ऊर्जा (रिन्यूएबल एनर्जी ) के महत्त्व और इसके विकास की तकनीकों पर प्रकाश डाला. उन्होंने छात्रों के साथ इंजीनियरिंग एवं नवाचार की आवश्यकता पर भी चर्चा की. इस अवसर पर मैकेनिकल विभागाध्यक्ष डॉ आशीष कुमार श्रीवास्तव, फॉर्मेसी विभागाध्यक्ष डॉ संजय कुमार, लेदर टेक्नोलॉजी के सहायक प्राध्यापक मणिकांत, डॉ मिथिलेश राय ने छात्रों को इस तरह के टॉक से ज्ञान अर्जित करने व अकादमिक उन्नति के लिए जरूरी बताया. एक्सपर्ट टॉक में संस्थान के डॉ एमके राय, प्रो रजपति, प्रो दीपक चौधरी, प्रो रवि सिंह, प्रो अमरेंद्र, प्रो मनीष भारती, स्टार्टअप सेल के समन्वयक राकेश साह, स्टूडेंट कोऑर्डिनेटर मोहन सहनी, अमरजीत, इनक्यूबेटेड स्टार्टअप स्पांसो बिजनेस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अविनाश झा, बीएमएनपी सॉल्यूशन प्राइवेट लिमिटेड के विवेक कुमार के साथ ही लेदर टेक्नोलॉजी, बीएमआर व फाॅर्मेसी विभाग के छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे. प्रभारी प्राचार्य प्रो सीबी राय ने इस प्रकार के आयोजन से एनबीए व नैक की रैंकिंग में होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है