शोध नवीन ज्ञान का सृजन व समस्याओं का समाधान : डॉ राजेश्वर
शोध नवीन ज्ञान का सृजन व समस्याओं का समाधान : डॉ राजेश्वर
मुजफ्फरपुर. भारती शिक्षण प्रशिक्षण महाविद्यालय की वार्षिक कार्यशाला के सातवें दिन के प्रथम सत्र में लंगट सिंह कॉलेज के हिंदी के सहायक प्राध्यापक डॉ राजेश्वर कुमार ने व्याख्यान दिया. उन्होंने कहा कि शोध नवीन ज्ञान का सृजन व समस्याओं का समाधान है. सही मायने में शोध राष्ट्र और समाज के आवश्यकता के अनुसार होनी चाहिए. शोध करने के लिए एक सिस्टम विकसित करना चाहिए ताकि यहां पर शोधकों को अपने विषय से संबंधित संसाधनों को जुटाने में और उसकी एक समग्र प्रतिफल के रूप में समाज और राष्ट्र को एक नयी दिशा देने वाला शोध मिल सके. सही मायने में देश के सभ्यता और संस्कृति गहन शोध का परिचारक है. शोध अपने आप में एक नई दृष्टि प्रदान करने वाला है. अपने देश की सभ्यता और संस्कृति में कोई कहानी या कविता पूरी भारतीय सभ्यता और संस्कृति को दर्शाती थी. उसके भौगोलिक स्थिति, उसकी दशा, सभी चीजों को प्रदर्शित करने वाला हुआ करता था. वैसे ही आज का भी शोध होना चाहिए. शोध में बहु अनुशासनिक दृष्टि होनी चाहिए. दूसरे सत्र में विश्वविद्यालय के दर्शनशास्त्र विभाग के प्रोफेसर डॉ राजीव कुमार ने भी संबोधन दिया. मौके पर संस्थान के शिक्षक मौजूद थे.
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