रेलवे के जरिये मुजफ्फरपुर के शाही लीची की मिठास देश के अलग-अलग शहरों में पहुंच रही है. सोनपुर मंडल की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार मुजफ्फरपुर जंक्शन से अब तक 1,625 क्विंटल का रिकॉर्ड ढुलाई हुई, जिससे रेलवे को 6 लाख 82 हजार रुपए के राजस्व की प्राप्ति हुई है. गाड़ी संख्या-11062 पवन एक्सप्रेस से 21 मई से विधिवत पार्सल वैन (वीपी ) के जरिये लीची भेजने की प्रक्रिया शुरू हुई.
लीची किसानों को उनकी उत्पाद का सही मूल्य उपलब्ध कराने के उद्देश्य से उत्तर भारत के अलग-अलग शहरों में गाड़ी संख्या 12553, 14673, 14649, 15211, 11124, 12561, 12491, व 15001 में लीची लदान हो रही है. इसी तरह पश्चिम भारत के शहरों में गाड़ी संख्या 11062, 19038, 19484 व 15269, दक्षिण भारत के लिए गाड़ी संख्या 15228 से एसएमवीबी स्टेशन के लिए लीची भेजी जा रही है.
रेलवे के अधिकारियों के अनुसार 15 मई से अब तक तक अलग-अलग ट्रेनों के एसएलआर के माध्यम से 566 क्विंटल लीची राजकोट, जयपुर, सूरत, अमृतसर, दिल्ली, भुसावल समेत कई स्टेशनों को भेजा गया है. जिससे रेलवे को दो लाख 46 हजार रुपए का राजस्व प्राप्त हुआ है.
रेलवे का दावा बगैर बिचौलिए, रेलवे बुकिंग काउंटर से जा रही लीची
रिकॉर्ड के तहत सिर्फ वीपी से 1,058 क्विंटल लीची लोकमान्य तिलक टर्मिनल स्टेशन को भेजा गया. बताया गया कि इस बार रेल प्रशासन की ओर से मुजफ्फरपुर जंक्शन से 15 मई 2024 से लीची ढुलाई सुनिश्चित करने के लिये आवश्यक व्यवस्था की गयी. जिसके तहत बिना बिचौलिए के किसान व व्यापारी सीधे रेलवे बुकिंग काउंटर से लीची बुक करा कर अपने गंतव्य तक भेज सकते हैं.
यह भी बताया गया कि इस पहल से किसानों को कम किराया भुगतान कर लीची पवन एक्सप्रेस से लोकमान्य तिलक टर्मिनल व अन्य स्टेशनों को भेजा जा रहा है. रेलवे के अधिकारियों के अनुसार सोनपुर मंडल की ओर से बड़े व्यापारियों के साथ-साथ छोटे व्यापारियों व किसानों के साथ समय-समय पर बैठक आयोजित कर माल लदान से संबंधित व रेलवे की योजनाओं के बारे में जानकारी दी जाती है.
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