महिमा हत्याकांड की समीक्षा, 12 बिंदुओं पर जांच के निर्देश
महिमा हत्याकांड की समीक्षा, 12 बिंदुओं पर जांच के निर्देश
सिटी एसपी बोले-घटनास्थल का जल्द करेंगे निरीक्षण
महिमा के मोबाइल फोन की रिपोर्ट का है इंतजारमुजफ्फरपुर.
जल संसाधन विभाग की सहायक इंजीनियर महिमा (29) हत्याकांड की सिटी एसपी विक्रम सिहाग ने समीक्षा की. उन्होंने केस से संबंधित सभी साक्ष्य फाइलें गंभीरता से पढ़ीं. केस के आइओ को भी कार्यालय में बुलाया था. आइओ से जुटाए साक्ष्यों के बारे में भी जानकारी ली. सिटी एसपी ने 12 बिंदुओं पर आइओ को जांच के निर्देश दिए. जल्द ही वह घटनास्थल का भी निरीक्षण करेंगे.सिटी एसपी ने बताया कि सहायक अभियंता महिमा की हत्या हुई है. सदर पुलिस ने महिमा के डिलीट चैट को रिकवर करने के लिए इओयू को मोबाइल भेजा है. उसकी रिपोर्ट का पुलिस को इंतजार है. इसके अलावा अन्य बिंदुओं पर भी जानकारी जुटायी जा रही है. सदर थाना क्षेत्र के प्रजापति नगर स्थित फ्लैट में 25 फरवरी की शाम जल संसाधन विभाग की सहायक अभियंता महिमा का शव मिला था. वह मूल रूप से लखीसराय मननपुर बाजार इलाके की रहने वाली थी. वर्तमान में सदर थाना क्षेत्र के अतरदह प्रजापति नगर में किराये के मकान में चार कमरे का फ्लैट लेकर तीन वर्ष से अकेले रह रही थी.पहले माता-पिता साथ रहते थे. पटना से नाना-नानी व अन्य परिवार वाले भी कभी-कभी मिलने के लिए आते थे. पिता राजकिशोर पासवान ने सदर थाने में हत्या की प्राथमिकी दर्ज कराई थी. इसमे बताया था कि बाथरूम के सामने महिमा का शव पड़ा था. वह जींस व टाप पहने थी. एक पांव में जूता था, दूसरे में नहीं. सीने और जांघ पर किसी के पैर के निशान थे. नाक और कान से खून बह रहा था. गले के पास भी निशान था. एक कान का टॉप वहीं पर गिरा था और दरवाजा खुला था. हत्या के बाद तत्कालीन आइजी शिवदीप वामन राव लांडे भी मौके पर पहुंच कर मामले की जांच की थी. एसएसपी व तत्कालीन सिटी एसपी भी घटनास्थल पर जाकर जांच कर चुके हैं. महिमा हत्याकांड की गुत्थी सुलझाना जिला पुलिस के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो रहा है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है