साहेबगंज. हलीमपुर पंचायत के देवघड़ा व चकरोटीतोड़ में टूटे रिंग बांध का 21 दिनों बाद भी मरम्मत नहीं किए जाने के कारण बाया नदी के पानी का बहावबदस्तूर जारी है. इस कारण मनाईन, मोरहर, ईमादपुर, पकड़ी असली, सहदुल्लेपुर, नवादा, रुपछपड़ा, पहाड़पुर मनोरथ, हुस्सेपुर व हुस्सेपुररती समेत 50 गावों में जल प्रलय की स्थिति बनी हुई है. दो हजार एकड़ में लगी फसल जलमग्न है.
मुखिया अंचित राय, देवानंद साह व अवकाशप्राप्त प्रधानाध्यापक प्रभात किरण सिंह समेत अन्य बाढ़ पीड़ितों ने बताया कि पानी के तेज बहाव के कारण रुपछपड़ा की मुखिया उषा देवी का छतदार घर व दालान समेत एक हजार से अधिक घर धराशायी हो चुके हैं. 27 जुलाई को बाया नदी का छड़की बांध देवघड़ा व चकरोटीतोड़ में तीन स्थानों पर 50 मीटर की दूरी में टूट गया था. बांध की मरम्मत नहीं कराए जाने के कारण बाया नदी के पानी का बहाव होते रहने के कारण अब भी एक हजार से अधिक घरों में एक से पांच फीट तक पानी घुसा हुआ है.
सकरा. तिरहुत नहर के तटबंध टूटने से सकरा प्रखंड में प्रलयंकारी बाढ़ का कहर 21 पंचायतों में जारी है. हालांकि पानी में कमी आने से सकरा वाज़िद, रूपनपट्टी मथुरापुर, रघुनाथपुर दोनमा में थोड़ी राहत है. विशुनपुर वघनगरी, बाजी बुजुर्ग, कटेसर सिराजावाद, गनीपुर बेझा सहित 18 पंचायतों में बाढ़ की स्थिति गंभीर बनी हुई है. उक्त सभी पंचायतों में सड़कों पर दो से तीन फीट पानी बह रहा है. जिससे पंचायत एवं प्रखंड मुख्यालय का सड़क संपर्क भंग है. बाढ़ से करीब एक लाख 75 हजार परिवार प्रभावित है.
posted by ashish jha