एइएस से स्वस्थ हुए बच्चों में तंत्रिका तंत्र संबंधी बीमारी होने का खतरा
एइएस से स्वस्थ हुए बच्चों में तंत्रिका तंत्र संबंधी बीमारी होने का खतरा
-पीएमसीएच में चमकी बुखार के प्रकोप वाले बच्चों पर अध्ययन और शोध में बातें आयीं सामने कुमार दीपू, मुजफ्फरपुर एइएस से पीड़ित होकर स्वस्थ हुए बच्चे में से कुछ में तंत्रिका तंत्र संबंधी बीमारी होने का खतरा मंडरा रहा है. पटना मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल (पीएमसीएच) में चमकी बुखार के प्रकोप वाले बच्चों पर अध्ययन और शोध किया गया था, जिसमें यह बातें सामने आयी हैं. भर्ती करने से लेकर डिस्चार्ज किए जाने तक इन बच्चों के विविध चिकित्सकीय परीक्षण व परिणाम पर आधारित यह शोध किया गया था. इस शोध के बाद स्वास्थ्य मुख्यालय ने इसे लेकर स्वस्थ हुए बच्चों का विशेष ध्यान रखने का निर्देश दिया है. इस शोध में बताता है कि बच्चों को उनके अभिभावक चिकित्सकीय सलाह के बाद अस्पताल से ले गए.जिन्हें इलाज के दौरान बचा लिया गया, लेकिन उनमें तंत्रिका तंत्र संबंधी बीमारी के प्रभावित होने या चमकी बुखार के दुष्परिणाम बाद में दिखाई पड़ सकते हैं. शोध के मुताबिक एसकेएमसीएच के शिशु रोग विभाग के चिकित्सक भी कहते हैं कि मस्तिष्क ज्वर से जुड़े प्रत्येक रोग में बच्चों तंत्रिका तंत्र से जुड़े रोगों से प्रभावित होते हैं. खासतौर से चमकी बुखार जैसे मामलों में जब बच्चे इलाज के बाद डिस्चार्ज होते हैं तो उनके अभिभावक यह शिकायत करते हैं कि बच्चा सुस्त हो गया है, या फिर उसे चलने-फिरने में दिक्कत है. जिन बच्चों का पीएमसीएच में भर्ती होने के दौरान स्वास्थ्य परीक्षण किया गया. उनमें कुछ विशिष्ट तो कुछ सामान्य लक्षण सभी में पाए गए. इनमें बच्चे में सिर दर्द, कोमा और बच्चों को उल्टी फोकल सीजर छोटी सांस या दम फूलने जैसे लक्षण मिले. इस बार एसकेएमसीएच से 41 बच्चे अस्पताल से इलाज करा कर अपने घर लौटे हैं. बड़ी संख्या ऐसे बच्चों की भी है, जो पूरी तरह स्वस्थ नहीं हैं और इनमें से कई बच्चों को तंत्रिका-तंत्र संबंधी बीमारी से जूझना पड़ सकता है.
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