एइएस के इलाज के लिए बना रोस्टर, डॉक्टर व कर्मी होंगे नियुक्त
एइएस के इलाज के लिए बना रोस्टर, डॉक्टर व कर्मी होंगे नियुक्त
दर्पण एप से हाजिरी बनायेंगे डॉक्टर और कर्मी उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर एइएस के इलाज के लिए जिला सहित पीएचसी में डॉक्टरों और पारामेडिकल स्टाफ का रोस्टर बन चुका है. इसी के आधार पर इनकी ड्यूटी लगायी जायेगी. सभी को निर्धारित घंटे में अपनी ड्यूटी करनी होगी. सभी तीन शिफ्ट में काम करेंगे. एइएस का सीजन समाप्त होने तक यह रोस्टर लागू रहेगा. इसके अलावा सभी डॉक्टर और कर्मी दर्पण एप से हाजिरी बनायेंगे. इस एप को वे अपने मोबाइल में इंस्टॉल करेंगे. फिर ड्यूटी के समय कार्यस्थल से फोटो लेकर एप में अपलोड करेंगे. इससे पता चलेगा कि वे कार्यस्थल पर पहुंच गये हैं. राज्य स्वास्थ्य समिति ने एइएस की ड्यूटी पर लगे सभी कर्मियों के लिए इस एप से हाजिरी बनाना अनिवार्य कर दिया है. समिति के निर्देशानुसार यदि कोई कर्मी ड़्यूटी से गायब रहता है या उस दौरान अपनी क्लिनिक पर पाये जाते हैं तो उन पर दंडात्मक कार्रवाई की जायेगी. एइएस के नोडल प्रभारी डॉ सतीश कुमार ने कहा कि राज्य स्वास्थ्य समिति के निर्देशानुसार एइएस के इलाज की तैयारी की गयी है. एसकेएमसीएच व सदर अस्पताल में वार्ड बना दिया गया है. पीएचसी में भी वार्ड बनाया गया है. कंट्रोल रूम से लगातार प्रखंड स्तर पर बीमार बच्चों की सूचना ली जा रही है.