कुहासा में फॉग लाइट की बिक्री बढ़ी, प्रतिदिन आठ से 10 लाख का व्यापार

कुहासा में फॉग लाइट की बिक्री बढ़ी, प्रतिदिन आठ से 10 लाख का व्यापार

By Prabhat Khabar News Desk | November 29, 2024 1:47 AM
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मुजफ्फरपुर.

कोहरा लगने लगा है. इसमें सड़क पर विजिबिलिटी काफी कम हो जाती है. ऐसे में सड़कों चल रहे वाहनों में फॉग लाइट लगाया जाता है. इसको लेकर फॉग लाइट की बिक्री काफी बढ़ गयी है. इसकी आवश्यकता चौपहिया व बड़े वाहनों में होती है. लेकिन दो पहिया वाहनों में भी इसे लगाया जाने लगा है. 600 रुपये से इसकी शुरुआत होती है और बड़ी गाड़ियों में लगाने का चार हजार रुपये तक खर्च आता है. शहर के भीतर मोटर पार्ट्स विक्रेता के यहां उपलब्ध है. बीते दो चार दिनों से कोहरा गिरने के बाद इसका व्यापार चंगा हो चला है. एनएच किनारे एक दुकान पर एक दिन में औसतन 10 से 15 ग्राहक आ रहे हैं. एक दिन में करीब 8 से 10 लाख का व्यापार होता है. इसका सबसे अधिक प्रयोग बड़े मालवाहक व बसों में होता है. एमवीआइ राकेश रंजन ने बताया कि कोहरा के मौसम में इसका उपयोग किया जाता है. जब खराब मौसम की स्थिति में आगे की सड़क को देखने की आपकी क्षमता कम हो जाती है. फ्रंट फ़ॉग लाइट धुंध, कोहरे, बारिश या यहां तक कि धूल को भी काट सकती है क्योंकि वे कार के सामने हेडलाइट्स की तुलना में नीचे की ओर लगे होते हैं. जब कम विजिबिलिटी हो, तभी ऑन करें. इसे हमेशा वाहन में डाउन रखना होता है, इसके उल्लंघन में 1000 से 2500 रुपये तक जुर्माना होता है.

नयी गाड़ियों में लगी रहती है फॉग लाइट

नई गाड़ियों में अब इन बिल्ट फॉग लाइट आ रही है. यह लाइट गाड़ी के मेन लाइट के नीचे लगी होती है. इस लाइट का काम होता है जब कुहासा में सामने साफ नहीं दिखता है तो यह लाइट उस दौरान कोहरे को काटता है ताकि चालक को सामने स्पष्ट दृष्टि मिले. कई लोग फॉगलाइट के नाम पर अधिक संख्या में लाइट लगा लेते हैं, जो कि नियम के विरुद्ध है. उन पर जुर्माना भी किया जाता है. दो पहिया वाहनों में इसकी आवश्यकता नहीं होती है. ठंड के मौसम में बहुत वाहन चालक गाड़ी के हेडलाइट पर पीली पारदर्शी पॉलिथिन लगा देते है और पीली रौशनी कुहासा में सामने देखने में सहायक होती है.

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