मुजफ्फरपुर में स्कॉर्पियो व ट्रैक्टर में भीषण टक्कर, 12 लोगों की मौत

मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना के सरमसपुर गांव के पास एनएच 28 पर शनिवार तड़के स्कॉर्पियो व ट्रैक्टर के बीच भीषण टक्कर में 12 लोगों की मौत हो गयी.

By Shaurya Punj | March 8, 2020 12:10 AM

मुजफ्फरपुर : मुजफ्फरपुर जिले के कांटी थाना के सरमसपुर गांव के पास एनएच 28 पर शनिवार तड़के स्कॉर्पियो व ट्रैक्टर के बीच भीषण टक्कर में 12 लोगों की मौत हो गयी. तीन गंभीर रूप से जख्मी हो गये, जिन्हें इलाज के लिए निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया है. एक घायल को पटना रेफर कर दिया गया है.

मृतकों में नौ लोग हथौड़ी थाना क्षेत्र के डीह जीवर गांव के रहने वाले थे. उनमें मनीष व विकास सगे भाई थे. घटना के बाद एसकेएमसीएच से लेकर डीह जीवर गांव तक कोहराम मच गया. सभी लोग होली मनाने भाड़े की गाड़ी से यूपी के बस्ती से मुजफ्फरपुर स्थित अपने गांव आ रहे थे. टक्कर इतनी जोरदार थी कि स्कॉर्पियो से तीन लोगों के शव बाहर सड़क पर गिर गये. करीब पौन घंटे तक मृतकों के शव पड़े रहे और घायल बेहोश होकर गाड़ी के अंदर थे.

डीहजीवर गांव के अशोक राम ने बताया कि गांव के कई लोग यूपी के बस्ती में भवन निर्माण का काम करते हैं. भाड़े की स्कॉपियो से गांव लौट रहे थे. गाड़ी में चालक के अलावा 14 लोग सवार थे. दुर्घटना में डीहजीवर गांव के नौ, मीनापुर थाना क्षेत्र के चैनपुर गांव के एक, स्कॉपियो के चालक व ट्रैक्टर पर सवार मजदूर की मौत हो गयी.

डीएम चंद्रशेखर सिंह ने कहा है कि सभी मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रुपये दिये जा रहे है. एसडीओ पूर्वी कुंदन कुमार ने एसकेएमसीएच में अपनी निगरानी में सभी शवों का पोस्टमार्टम कराया. इसके बाद शवों को उनके परिजनों को सौंप दिया गया.

बस्ती के धर्मपाल के नाम है स्कॉपियो का रजिस्ट्रेशन

परिवहन विभाग के अनुसार स्कॉपियो का रजिस्ट्रेशन यूपी के बस्ती जिले के वशिष्ठपुरम आवास विकास कॉलोनी निवासी धर्मपाल मिश्र के नाम पर है. ट्रैक्टर का रजिस्ट्रेशन कांटी पानापुर निवासी शफी अहमद के नाम से है.

गांव में छाया मातम, नहीं जला चूल्हा

डीह जीवर गांव के नौ लोगों की मौत के बाद गांव में मातमी सन्नाटा छा गया है. शनिवार की सुबह ही मनहूस खबर मिलते ही किसी भी घर में चूल्हा नहीं जला. जो जिस अवस्था में था, गांव से भाग कर एसकेएमसीएच पहुंच गया. दर्जनों महिलाएं ऑटो में सवार होेकर एसकेएमसीएच में पोस्टमार्टम हाउस के पास आ गयीं. सभी चीत्कार मार कर रो रही थी. अपनों को शव को देखने के लिए कई लोग पोस्टमार्टम हाउस के अंदर घुस गये. किसी को अंदेशा नहीं था कि होली की खुशियां इस तरह बिखर जायेंगी.

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