रहें सावधान
-पुरानी बाइक-कार या किराये पर घर या फ्लैट की जानकारी सर्च करने के बाद जालसाज दे रहे हैं प्रलोभन-मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी ने लोगों को चेताया, अविश्वसनीय ऑफर से रहें दूरमुजफ्फरपुर.
अगर आप भी पुरानी बाइक-कार खरीदने-बेचने, किराये पर घर लेने या फ्लैट खरीदने की योजना बना रहे हैं और इसको लेकर ऑनलाइन सर्च कर रहे हैं तो सावधान हो जायें. आपके इस प्रकार के कंटेंट सर्च करते ही साइबर जालसाजों की ओर से आपको अविश्वसनीय ऑफर मिलने लगेगा. महज 29 रुपये में स्कूटी तो कोई ऑफर या लकी कस्टमर बताकर महज नौ रुपये में फ्लैट की बुकिंग तक करा दे रहे हैं. फर्जी कागज भेजकर बुकिंग कन्फर्म करने तक की साजिश रच देगा.महज 9 या 29 रुपये के भुगतान के लिए उनकी ओर से जो लिंक भेजा जायेगा. उसे क्लिक करते ही मोबाइल का सारा डेटा उसके पास चला जायेगा. इसके बाद जीवन भर की कमायी से लेकर पर्सनल जानकारी और डेटा भी वह एक्सेस कर लेगा. अगर खाते में पैसा नहीं हो तो वह डेटा रिकवरी के नाम पर लाखों रुपये की डिमांड करेगा. दरअसल इस प्रकार के कई मामले दूसरे राज्यों में सामने आये हैं. जिले के भी सैकड़ों लोगों को इस प्रकार के मैसेज आए हैं. इसमें साइबर फ्रॉड गिरोह से जुड़े शातिरों की ओर से लगातार प्रलोभन देकर लोगों को फांसने की कोशिश की जा रही है.
डेटाबेस खरीदकर लोगों को भेज रहे मैसेज
प्रोडक्ट की खरीदारी से संबंधित कुछ भी सर्च करने के ठीक बाद लोगों के नंबर पर इस प्रकार का मैसेज आ रहा है. माड़ीपुर निवासी मो जाहिद ने पुरानी बाइक खरीदने के लिए सर्च किया. इसमें एक वेबसाइट पर नंबर देकर ओटीपी से सत्यापन किया. यहां से बाहर आने के बाद उसके नंबर पर लगातार 29 रुपये में स्कूटी देने के लिए मैसेज आना शुरू हो गया. अब फोन कर उन्हें लगातार परेशान किया जा रहा है. उन्होंने स्टोर के संबंध में जानकारी मांगी और वहीं पहुुंचकर खरीदारी करने की बात कही तो फ्रॉड ने उन्हें ब्लॉक कर दिया. मझौलिया के छात्र शुभम कुमार सिंह ने बताया कि किराये के कमरे के लिए जब उन्होंने सर्च किया तो नौ रुपये में उन्हें फ्लैट देने के लिए फ्रॉड लगातार परेशान करने लगे. उसने नंबर को ब्लॉक किया तो अब दूसरे नंबर से फोन आ रहे हैं.साइबर दोस्त कर रहा अवेयर, बेवजह लिंक नहीं करें क्लिक
मिनिस्ट्री ऑफ इलेक्ट्रॉनिक्स एंड इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी की ओर से सोशल मीडिया पर लोगों को इस प्रकार के फ्रॉड से बचाने के लिए साइबर दोस्त नामक पेज की शुरुआत की गयी है. इसके जरिये लगातार ठगी के नये ट्रेंड के बारे में जानकारी दी जा रही है. लोगों को कहा जा रहा है कि ऐसे फ्रॉड वाले लिंक काे बिल्कुल क्लिक नहीं करें.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है