उद्योग-धंधाें की स्थापना से सीए को पहले से मिल रहा 50 गुना काम
तीन वर्षाें के दौरान सीए के कार्यों का बढ़ गया है अब दायरा
उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर
जिले में नये उद्योग धंधों के विकास, नयी कंपनियों के रजिस्ट्रेशन, नया स्टार्टअप व व्यवसाय तथा उद्योग के लिए प्रोजेक्ट रिपोर्ट में आयी तेजी के कारण शहर में सीए की भागीदारी काफी बढ़ गयी है. पिछले तीन वर्षों के दौरान नये उद्योगों की स्थापना के कारण सीए के कार्यों में करीब 50 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है. इससे पुराने सीए के अलावा नये सीए के पास भी इन दिनों काफी काम है. नये क्लाइंट आने के कारण सीए के पास इन दिनों समय की कमी हो गयी है. कई पुराने सीए तो अपने क्लाइंट को अब दूसरे सीए के पास भेज दे रहे हैं. सीए का कहना है कि पिछले तीन सालों में शहर में कई सीए ने अपने कार्यालय शुरू किये हैं, लेकिन व्यवसाय व उद्योग की स्थापना और विस्तार से सीए के कार्यों का भी विस्तार हुआ है. मोबाइल, व्हाट्स्अप व इमेल की सुविधा होने से अब किसी भी राज्य में रहने वाले कारोबारियों व उद्योगपतियों का ऑडिट शहर के सीए कर रहे हैं.
सीए का कार्य अब ग्लोबलसीए का कार्य अब ग्लोबल हो गया है. स्वरोजगार व उद्योग के लिए कई तरह की सरकारी योजनाओं से सीए के कार्यों का दायरा बढ़ा है. वे लोन के लिए प्रोजेक्ट तैयार करने के साथ कारोबारी को सरकार की ओर से मिलने वाली छूट का फायदा भी दिला रहे हैं. सीए गोपाल तुलस्यान कहते हैं कि पहले की अपेक्षा बहुत अधिक बदलाव आया है. बिहार में उद्योग-धंधों के विकास से सभी जिलों में कार्यों का दायरा बढ़ा है. मुजफ्फरपुर में उद्योग व व्यवसाय का ग्रोथ तेजी से बढ़ा है, जिसके सही संचालन में सीए भी अपनी भूमिका निभा रहे हैं. सीए आदित्य तुलस्यान कहते हैं कि पहले काम को बोझ काफी कम हुआ करता था, लेकिन अब काम का काफी विस्तार हो गया है. जब उद्योग की बात आयेगी तो सीए की जरूरत पड़ेगी ही. इसके बिना काम संभव नहीं है.
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