वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर सूबे के सरकारी अस्पतालों में मरीजों का इलाज डॉक्टर करते हैं या नहीं. इसकी जानकारी अब सचिवालय से फोन कर ली जा रही है. सचिवालय से जो फोन आ रहे हैं, उसमें मरीज को दवा मिल रही है या नहीं, डॉक्टर कितने देर मरीज की बातें सुनें. पैथोलॉजी में सभी जांच हुई या नहीं समेत सभी जानकारी ली जा रही है. उसके आधार पर ही अस्पतालों की रैंकिंग भी तय की जायेगी. इसके लिए सचिवालय में एक सेल स्वास्थ्य विभाग की ओर से बनाया गया है. इस सेल से ओपीडी में जो पर्ची कटती है और उसमें जो मोबाइल नंबर दर्ज किये जाते हैं, उस पर सचिवालय के सेल से फोन किया जा रहा है. मरीज का फीडबैक भी लिया जा रहा है. केस : 01 मिठनपुरा के सुदन कुमार सदर अस्पताल के ओपीडी में हड्डी विभाग में अपना इलाज कराये थे. उन्हें 8069251545 नंबर से कॉल आया. फोन करने वाले युवक ने कहा कि आप सदन कुमार बोल रहे हैं. आपने पिछले सोमवार को सदर अस्पताल के हड्डी विभाग में अपना इलाज कराया था. आपने जो इलाज कराया था, उसमें डॉक्टर ने जो आपको देखा था. क्या आप संतुष्ट हैं. जो दवाइयां लिखी गई थी, वह अस्पताल से उपलब्ध हुए या नहीं हुए. साफ सफाई अस्पताल में कैसा है. इसके अलावे भी कई जानकारियों ली गयी.
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