वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर गाड़ी संख्या-19051 वलसाड से मुजफ्फरपुर तक चलने वाली श्रमिक एक्सप्रेस में बेहतर सुविधाओं को लेकर जारी किये गये एक वीडियो पर रेलवे प्रशासन खुद ट्रॉल होने. वहीं प्रायोजित वीडियो की बात रखते हुए, यूजर्स ने कई ट्रेन के भीतर की अव्यवस्था को बताते हुए सवाल कर दिया. हुआ यूं कि मुंबई सेंट्रल के डीआरएम व वेस्टर्न रेलवे की ओर से वलसाड- मुजफ्फरपुर एक्सप्रेस में सफर कर रहे सुमित पटेल नाम के यात्री का एक वीडियो, आधिकारिक एक्स सोशल मीडिया पर जारी किया गया. जिसमें यात्री अटकते हुये ट्रेन नंबर और पश्चिम रेलवे की उत्कृष्ट सेवा के लिये मुंबई मंडल को धन्यवाद दे रहा है. वहीं वीडियों में यह भी बता रहा है, कि वह 29 जून को ट्रेन के बी-2 कोच में यात्रा कर रहा है, इसमें जो सफाई एजेंसी व हाउसकीपिंग की व्यवस्था बेहतर है, शौचालय की भी समय-समय पर सफाई की जाती है. एजेंसी की ओर से तैयार किये गये वीडियो को ही मुंबई सेंट्रल के डीआरएम की ओर से जारी किया गया. जिसके बाद से यूजर्स की प्रतिक्रिया शुरू हो गयी. यूजर्स ने कहा तारीफ करने की अच्छी ट्रेनिंग मिली है इस वीडियो पर पियूष साह नाम के यूजर ने लिखा की रेलवे की ओर से तारीफ करने की बेहतर ट्रेनिंग दी गयी है. एक यात्री ने लिखा कि कभी स्लीपर का भी वीडियो रेलवे जारी करे, किस अव्यवस्था के साथ लोग सफर करते है. अभिनव सिन्हा नाम के यूजर ने वंदे भारत जैसी ट्रेन के भीतर पानी के बहाव का वीडियो टैग कर दिया. नीतेश पुजारी नाम के यूजर ने लिखा कि यह तो मार्केटिंग के लिये रेलवे की ओर से प्रायोजित वीडियो तैयार किया गया है. एक यूजर ने लिखा कि झूठी तारीफ से समस्या नहीं छुपती.
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