मानव तस्करी :
अवध असम एक्सप्रेस से ले जाये जा रहे थेदिल्ली के घरों-रेस्टोरेंट में कराना था कामआरपीएफ की टीम ने बच्चों को बचाया
मुजफ्फरपुर.
मानव तस्करी से सात बच्चों को बचाने के साथ, उन्हें ट्रेन से ले जा रही दो महिलाओं को गिरफ्तार किया गया. इन दिनों ट्रेन से मानव की तस्करी में महिला गिरोह भी सक्रिय है. मंगलवार को अवध असम एक्सप्रेस (15909) से आरपीएफ की टीम ने पांच नाबालिग बालिकाओं व दो बालकों को मुक्त कराया. इन बच्चों को ले जा रही दो महिलाओं को भी गिरफ्तार किया गया है. सभी बच्चे नॉर्थ कैचर हिल असम के रहने वाले हैं. आरपीएफ के इंस्पेक्टर मनीष कुमार ने बताया कि गुवाहाटी जीआरपी के एसएचओ अभिषेक बोडो ने अवध असम ट्रेन में मानव तस्करी के बारे में सूचना दी थी. शाम के करीब साढ़े पांच बजे ट्रेन प्लेटफॉर्म दो पर आयी. इसके साधारण कोच में चेकिंग के दौरान कुल सात बच्चे डरे-सहमे बैठे थे. बच्चों ने बताया कि दो महिलाएं उन सभी को दिल्ली में दूसरों के घरों व रेस्टोरेंट में काम करने के लिए ले जा रही थीं. गिरफ्तार शीला अंसवारी, मनिका जिदुंग, ग्राम बल्लस साइडिंग पिटी-1 नार्थ कैचर हिल, थाना- माईबोंग, जिला उत्तरी हिल्स (असम ) की रहने वाली है. आरपीएफ की ओर से शिकायत दर्ज करते हुए मामले को जीआरपी को सौंप दिया गया. अभियान के दौरान आरपीएफ के गिरीश कुमार, आनंद कुमार, शंभूनाथ साह, सुशील कुमार, लालबाबू खान, श्वेता लोधी के साथ बचपन बचाओ आंदोलन की एपीओ अनुपम कुमारी मौजूद थीं.मुजफ्फरपुर-बेंगलुरु ट्रेन से चार बच्चों को छुड़ाया
मुजफ्फरपुर.
मुजफ्फरपुर-बेंगलुरु एक्सप्रेस (15228) से मानव तस्करी के लिए ले जाये जा रहे चार लड़कों को मुक्त कराया गया. गोपनीय सूचना पर आरपीएफ ब्रह्मपुर की टीम ने जनरल कोच से इन बच्चों को तस्करों के चंगुल से छुड़ाया. हालांकि तस्कर पकड़ में नहीं आये. मुक्त कराये गये बच्चों को सत्यापन के बाद बाल कल्याण समिति ब्रह्मपुर को सौंप दिया गया. इस बारे में आरपीएफ खुरदा रोड डिवीजन ने जानकारी दी है. मानव तस्करों की धड़-पकड़ के लिए सोनपुर आरपीएफ डिवीजन के साथ ही मुजफ्फरपुर को भी सूचना दी गयी है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है