मुजफ्फरपुर. बालिका सुधार गृह कांड में मंगलवार को सामाजिक सुरक्षा कोषांग के तत्कालीन सहायक निदेशक देवेश कुमार शर्मा व तत्कालीन जांच अधिकारी कलावती कुमारी ने कोर्ट में गवाही दी. दोनों ने अपनी गवाही में ब्रजेश व उसके साथियों पर 11 महिलाओं व चार बच्चों को गायब करने का आरोप लगाया है.
सहायक निदेशक ने कहा कि बालिका गृह कांड की जांच के दौरान स्वधार गृह का निरीक्षण किया था. इस दौरान गृह में रहने वाली 11 महिलाएं व चार बच्चे गायब मिले थे. इसके बाद महिला थाने में एफआइआर दर्ज करायी गयी थी. वहीं, तत्कालीन जांच अधिकारी कलावती ने कहा कि मुजफ्फरपुर की महिला थाना में पदस्थापना के समय मामले की जांच की जिम्मेवारी सौंपी गयी थी.
मामला बालिका सुधार गृह में रहने वाली 11 महिलाओं व चार बच्चों के गायब होने से जुड़ा है. बालिका गृह कांड में ताउम्र उम्रकैद की सजा भुगत रहे ब्रजेश ठाकुर व उसके राजदार मधु व अन्य आरोपितों के खिलाफ स्वधार गृह मामले में विशेष कोर्ट में ट्रायल चल रहा है. मामले में लंबे समय तक गवाह की हाजिरी विशेष कोर्ट के समक्ष नहीं हो सकी थी.
ब्रजेश ठाकुर पर लगे आरोपों से मुक्त करने के लिए अधिवक्ता की ओर से दाखिल अर्जी पर विशेष लोक अभियोजक ने मंगलवार को प्रति उत्तर दाखिल किया है. इसमें आरोप मुक्ति की अर्जी को खारिज करने की मांग की गयी. अधिवक्ता ने ब्रजेश ठाकुर पर लगे आरोपों को बेहद गंभीर बताया है.