मुजफ्फरपुर के शिक्षक ने बनाई फिल्म ‘द पैट्रियट’, इस इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखायी जायेगी
मुजफ्फरपुर के एक शिक्षक ने एक लघु फिल्म का निर्देशन किया है. इस फिल्म में उनके ही स्कूल के 22 बच्चों ने काम किया है. अब यह फिल्म नेपाल में होने वाले करनाली इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में दिखाई जाएगी.
मुजफ्फरपुर. कुढ़नी के चकिया राजकीय मध्य विद्यालय के छात्रों द्वारा अभिनीत फिल्म द पैट्रियट शनिवार को काठमांडू में आयोजित दो दिवसीय करनाली फिल्म फेस्टिवल में दिखायी जायेगी. फिल्म में स्कूल के 22 छात्रों ने अभिनय किया है. यह फिल्म विद्यालय के शिक्षक और नाट्यकर्मी सुधीर कुमार ने 2019 में बनायी थी.
उस दौरान फिल्म को स्कूल के बच्चों के अलावा अन्य सांस्कृतिक आयोजनों में प्रदर्शित किया गया था, लेकिन इस वर्ष काठमांडू के नेपाल टूरिज्म बोर्ड हॉल में आयोजित फिल्म फेस्टिवल में द पैट्रियट के चयन होना विद्यालय के लिये गर्व की बात है. फिल्म में अभिनय करने वाले बच्चे तो अब स्कूल में नहीं है, लेकिन उन्हें इस बात से खुशी है कि उनके द्वारा अभिनीत फिल्म को देश-दुनिया के बड़े फिल्मकार देखेंगे. देशभक्ति पर आधारित बच्चों की फिल्म
शॉर्ट फिल्म देशभक्ति पर आधारित है. फिल्म में देश प्रेम के जज्बे को दिखाया गया है. फिल्म की कथा मानसिक रूप से विक्षिप्त व्यक्ति के आसपास घूमती है. एक दिन वह विक्षिप्त व्यक्ति रास्ते में गिरे तिरंगे को देख उसे उठा लेता है. कोई उस झंडे को चुरा नहीं ले, इसलिये वह हमेशा उसे अपने पास रखता है. वह उसे खेत मे फहराने की कोशिश करता है, लेकिन सफल नहीं हो पाता. उसके लगातार इस प्रयास से गांव के लोगों को उस पर शक होता है और उसे लाठी डंडा लेकर घेर लेते हैं. मेकअप और कॉस्ट्यूम डिजाइन निशि कुमारी वर्मा और ओशीन वर्मा ने किया है.
स्कूल के छात्रों की अभिनय में रुचि थी. हम लोगों ने एक साथ बैठ कर स्क्रिप्ट पर बात की और करीब एक सप्ताह की मेहनत से फिल्म पूरी हो गयी. फिल्म में कोई संवाद नहीं है. एक्शन, सस्पेंस, म्यूजिक और आकर्षक विजुअल के साथ फिल्म अपने कंटेंट को प्रस्तुत करने में सफल रहा है. इसका पोस्ट प्रोडक्शन मनोज यादव के सहयोग से हुआ. स्कूल के बच्चों की फिल्म इंटरनेशनल फिल्म में दिखाया जाना हम सभी के लिये गौरव की बात है.
सुधीर कुमार, शिक्षक सह फिल्म निर्देशक
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