मुजफ्फरपुर के सिकंदरपुर स्टेडियम को मल्टीपर्पस स्पोर्ट्स स्टेडियम में तब्दील करने की फाइनल तैयारी शुरू हो गयी है. मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी लि. की ओर से स्टेडियम के शेष बचे रि-डेवलपमेंट के कार्य के लिये एक बार फिर से टेंडर जारी किया गया है. जिसके तहत रि-डेवलवमेंट को लेकर 4.26 करोड़ का एस्टिमेट तय किया गया है.
स्मार्ट सिटी लि. के शर्तों के अनुसार टेंडर की प्रक्रिया पूरी होने के बाद 6 महीने में डेवलपमेंट का काम पूरा कर देना है. वहीं डिफेक्ट लायबिलिटी पीरियड 3 वर्षों के लिये रखा गया है. जिसमें परियोजना के पूरा होने के बाद की अवधि है, जहां कमियों की पहचान करने और आवश्यक सुधार सुनिश्चित करने की संभावना होगी. इसके साथ ही टेंडर में ईपीसी माेड का जिक्र किया गया है. जिसमें यह परियोजना तय समय और बजट के भीतर पूरी की जायेगी.
आधुनिक सुविधाओं से लैस होगा स्टेडियम
स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत जर्जर हो चले सिकंदरपुर स्टेडियम को नये सिरे से तैयार किया जा रहा है, इसमें क्रिकेट, एथलेटिक्स, वालीबाल, बास्केटबाल, स्क्वैश खेल के साथ स्विमिंग पुल की व्यवस्था के साथ स्टेडियम में डे-नाइट मैच की सुविधा भी होगी. इसके लिए चार हाई मास्ट फ्लड लाइट भी दिया गया है. स्टेडियम में छतदार गैलरी, क्रिकेट पिच, छह लेन का एथलेटिक्स ट्रैक होगा. छह लेन का लंबा स्विमिंग पूल भी होगा. स्टेडियम की सुरक्षा के लिए सुरक्षा केबिन का निर्माण होगा. सीसीटीवी से निगरानी होगी. साथ ही स्कोर बोर्ड, पांच हजार क्षमता की वीआइपी गैलरी, मीडिया सेंटर का भी निर्माण होगा.
फरवरी-2021 में पहली बार जारी हुआ था वर्क ऑर्डर
सिकंदरपुर स्टेडियम को मल्टीपर्पस स्पोर्ट्स स्टेडियम बनाने के लिये पहली बार फरवरी 2021 में ही स्मार्ट सिटी की ओर से वर्क ऑर्डर जारी किया गया था. शर्तों के अनुसार प्रोजेक्ट को 15 महीने में पूरा कर देना था. मई 2022 में स्पोर्ट्स स्टेडियम को तैयार हो जाना था. लेकिन ऐसा नहीं हुआ. कुल मिला कर 3 वर्ष से भी अधिक समय बीत जाने के बाद स्टेडियम का डेवलपमेंट कार्य पूरा नहीं हो सका. इस बीच स्मार्ट सिटी लि. की ओर से कई बार संबंधित एजेंसी को प्रोजेक्ट को लेकर एक्सटेंशन दिया गया. उसके बाद भी योजना अभी तक हांफ रही है.
अधूरे निर्माण के कारण होती रही परेशान
अधूरे निर्माण के कारण अभ्यास प्रभावित होने से राज्य एवं राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में जिले के खिलाड़ियों का प्रदर्शन खराब होता रहा. इतना ही नहीं, जिले के खेल संघ एवं संगठन कोई बड़ा खेल आयोजन नहीं कर पा रहे है. स्टेडियम में सुबह टहलने वालों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा.