-आकांक्षी जिला तहत नीति आयोग से मिली अनुमति मुजफ्फरपुर. 2022 के आकांक्षी जिला रैंकिंग में देश में अव्वल रहने वाले मुजफ्फरपुर में जल्द ही साइंस पार्क बनेगा. नीति आयोग से मिली अनुमति के बाद शहरी इलाके में चार और ग्रामीण मुशहरी में दो पार्क के लिए जमीन व स्थान चयनित किया गया है. इसके अलावा छह स्थानों पर सोलर सिस्टम वाले सामूहिक सिंचाई यंत्र लगेगा. इसकी सूची एनओसी के साथ जिला परियोजना प्रबंधक जीविका को देना है. वही जिला शिक्षा पदाधिकारी को 143 स्कूलों में बेंच व डेस्क की व्यवस्था की जिम्मेदारी दी गयी है. वही जिला कृषि पदाधिकारी सॉयल हेल्थ का अपडेट रिपोर्ट पोर्टल पर अपलोड करने को कहा गया है, दरअसल, आकांक्षी जिला के इंडिकेटर में कृषि, शिक्षा, आधारभूत संरचना महत्वपूर्ण है. बेहतर प्रदर्शन पर रैंकिंग तय की जाती है.जिला स्तरीय और प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियों को अंतिम कार्य दिवस तक सभी इंडिकेटर की प्रगति की समीक्षा करना है और पीछे होने पर कार्योजना बना कार्रवाई करना है. क्या है साइंस पार्क : विज्ञान पार्क विज्ञान पढ़ाने का एक अभिनव विचार है. विज्ञान के खुले उपकरणों का समूह है, जिसका उद्देश्य विज्ञान को खेल-खेल में सीखना है. विज्ञान पार्क का मूल विचार बच्चों की पढ़ाई से ज़्यादा खेलने की प्रवृत्ति पर आधारित है. स्कूल के आस-पास हरियाली वाला विज्ञान पार्क बच्चों को विज्ञान से जुड़ने का मौका देता है. दरअसल, वैज्ञानिक और मनोचिकित्सक सीखने की खेल-खेल विधि पर ज़ोर दे रहे हैं. शिक्षक और शिक्षाविद आसान सीखने और विज्ञान के कठिन सिद्धांतों को समझने के ऐसे खेल-खेल में तरीके विकसित कर रहे हैं. विज्ञान पार्क में, विज्ञान के कठिन सिद्धांतों को रंगीन मॉडलों की मदद से समझाया और प्रदर्शित किया जाता है. अब बच्चों के लिए यह देखना और महसूस करना संभव है कि कुछ बुनियादी अवधारणाएँ वास्तव में कैसे काम करती हैं, जिससे उन्हें बेहतर समझ मिलती है और उनमें वैज्ञानिक सोच पैदा होती है. विज्ञान पार्क में सभी सीखना मौज-मस्ती के माध्यम से होता है, जिससे एक स्थायी प्रभाव पड़ता है.
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