स्वास्थ्य विभाग ने पीएचसी के लिए किया अलर्ट जारी
एंटी स्नेक वेनम सीरम व एंटी रैबीज वैक्सीन भेजी गयीमुजफ्फरपुर.
जिले के बाढ़ प्रभावित इलाके के घरों में सांप-बिच्छू घुस जा रहे हैं. कुत्तों के भी काटने की घटनाएं भी बढ़ी हैं. इसे देखते हुए स्वास्थ्य विभाग ने अलर्ट जारी किया है. विभाग ने पीएचसी व सीएचसी में सर्पदंश व कुत्तों के काटने के बाद होने वाले इलाज के लिए जरूरी दवाएं व उपकरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिये हैं. कहा है कि बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में प्रभारियों को पूरी तरह तैयार रहना चाहिए. सभी को एंटी स्नेक वेनम सीरम व एंटी रैबीज वैक्सीन का पर्याप्त स्टॉक रखने काे कहा गया है. इसके अलावा, ओआरएस घोल, जिंक टैबलेट, ब्लीचिंग पाउडर व लाइम का भी पर्याप्त स्टॉक रखने का आदेश दिया गया है.अभी ये करनी है व्यवस्था :
हर एक जिला औषधि भंडार में कम से कम एक हजार वायल एएसवीएस, वहीं बाढ़ प्रभावित प्रखंडों में 50 वायल रखने के निर्देश दिये गये हैं. जिला औषधि भंडार में 750 वायल और प्रखंड में 30 वायल की व्यवस्था करने का आदेश दिया गया है. 50 हजार ओआरएस घोल का पैकेट रखने का निर्देश दिया गया है. जबकि, प्रत्येक बाढ़ प्रभावित प्रखंड में 10 हजार ओआरएस पैकेट रखने के निर्देश दिये गये हैं. वहीं 30 हजार जिंक टैबलेट जिला औषधि भंडार में और तीन हजार जिंक टैबलेट प्रखंडों में रखने का निर्देश दिया है. जबकि ब्लीचिंग पाउडर के 500 बैग व प्रखंड में 25 बैग, लाइम 1500 बैग और प्रखंड में 75 बैग रखने की बात कही गयी है.24 घंटे खुले रहें स्वास्थ्य केंद्र :
सिविल सर्जन ने कहा कि बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं को मजबूत बनाने के लिए सभी जरूरी कदम उठाये जा रहे हैं. विभाग ने सभी स्वास्थ्य केंद्रों को 24 घंटे खुले रखने के निर्देश दिये हैं. मोबाइल मेडिकल टीमों को भी प्रभावित इलाके में भेजा जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है