एक प्रयोगशाला के निर्माण में सरकार खर्च करेगी 75 लाख उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर मुजफ्फरपुर के अलावा दस जिलों में मिट्टी जांच के लिए अनुमंडलीय स्तर का प्रयोगशाला खुलेगी. एक प्रयोगशाला पर सरकार 75 लाख खर्च करेगी. प्रयोगशाला के लिए पूर्णिया, सिवान, मुजफ्फरपुर, पश्चिम चंपारण, सहरसा, दरभंगा, बक्सर, नालंदा, बेगूसराय व औरंगाबाद का चयन किया गया है. फिलहाल पूसा के डॉ. राजेंद्र प्रसाद केंद्रीय कृषि विवि में प्रयोगशाला कार्यरत है. प्रयोगशाला का निर्माण किसी एक प्रखंड में किया जाना है. इसका चयन अभी नहीं किया गया है. प्रयोगशाला की स्थापित होने से यह पता चलेगा कि खेत की मिट्टी में किस तरह के पोषक तत्व की कमी है. मिट्टी जांच के आधार पर किसान खेत में खाद का उपयोग करेंगे, इससे खेतों की उर्वरता बनी रहेगी. इससे किसानों का फसल उत्पादन भी बेहतर होगा. चालू वित्तीय में पांच लाख किसानों के खेतों की मिट्टी जांच का लक्ष्य रखा भी रखा गया है. अभी राज्य में 38 जिला मुख्यालय में मिट्टी जांच प्रयोगशाला हैं. अनुमंडल स्तर पर गया के बोधगया, मुंगेर के तारापुर और भागलपुर के नवगछिया में मिट्टी जांच प्रयोगशाला पिछले वर्ष स्थापित किए गए हैं. प्रमंडल स्तर पर नौ चलंत मिट्टी जांच प्रयोगशाला हैं़ तीन रेफरल मिट्टी जांच प्रयोगशाला हैं. अब जिले में 63 मिट्टी जांच प्रयोगशाला हो जाएगी.
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