कदाचार का वीडियो वायरल होने पर एसआरकेजी कॉलेज केंद्र की परीक्षा रद्द
कदाचार का वीडियो वायरल होने पर एसआरकेजी कॉलेज केंद्र की परीक्षा रद्द
मुजफ्फरपुर. सीतामढ़ी के एसआरकेजी कॉलेज केंद्र पर गुरुवार को परीक्षा के दौरान कदाचार का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद विश्वविद्यालय प्रशासन ने बड़ा निर्णय लिया है. बीआरएबीयू के कुलपति प्रो.डीसी राय ने वायरल वीडियो पर संज्ञान लेते हुए परीक्षा को रद्द करने का आदेश दिया है. परीक्षा विभाग की ओर से संबंधित केंद्र पर हुई परीक्षा को रद्द करने की दिशा में कवायद शुरू हो गई है. विवि जांच कर रहा है कि जिस पाली की परीक्षा के दौरान कदाचार का मामला सामने आया था. उस पाली की परीक्षा रद्द की जाएगी. इधर, बीआरएबीयू के कुलपति प्रो.डीसी राय के साथ विवि के पदाधिकारियों की टीम ने शुक्रवार को सीतामढ़ी के तीन कॉलेजों पर चल रही स्नातक द्वितीय वर्ष की परीक्षा का औचक निरीक्षण किया. अचानक कुलपति की गाड़ी गोयनका कॉलेज केंद्र पर पहुंची और कुलपति सीधे परीक्षा हॉल में दाखिल हो गये. जबतक कोइ कुछ समझ पाता कुलपति ने दो छात्रों को कदाचार करते पकड़ लिया. उन्हें केंद्राधीक्षक सह प्राचार्य को सौंपते हुए कार्रवाई का आदेश दिया. प्राचार्य ने पकड़े गये दोनों छात्रों को उसी समय निष्कासित कर दिया. कुलपति के निरीक्षण के दौरान कार्रवाई की खबर तेजी से फैली, लेकिन इसके बाद कुलपति बिना सूचना के आरएसएस महिला काॅलेज व उर्मिला देवी सदानंद यादव गुरुकुल डिग्री कॉलेज परीक्षा केंद्र भी गये. हालांकि, इन दोनों केंद्रों पर परीक्षा कदाचारमुक्त माहौल में संचालित हो रही थी. निरीक्षण के दाैरान कुलपति के साथ कुलानुशासक प्रो. विनय शंकर राय व कॉलेज निरीक्षक प्रो.प्रमोद कुमार भी थे. कदाचार के बाद निष्कासित हाेने वालों में आरएसएस साइंस कॉलेज के केमिस्ट्री व उर्मिला देवी सदानंद यादव गुरुकुल डिग्री कॉलेज के फाइनेंस अकाउंट के छात्र प्रिंस कुमार शामिल हैं. एसआरकेजी कॉलेज केंद्र का वीडियो हुआ था वायरल : कुलपति प्रो.डीसी राय ने बताया कि गुरुवार की शाम सोशल मीडिया पर परीक्षा के दौरान कदाचार का वीडियो वायरल हुआ था. वीडियो एसआरकेजी कॉलेज सीतामढ़ी का बताया गया. इसके बाद उन्होंने वीडियो पर संज्ञान लिया और बिना सूचना दिये पदाधिकारियों के साथ परीक्षा का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. जब वे एसआरकेजी कॉलेज में दाखिल हुए तो वहां कॉलेज परिसर से वे सीधे परीक्षा हॉल में पहुंच गये. यहां दो छात्र कदाचार में लिप्त मिले. दोनों को पकड़ प्राचार्य को सौंपा गया. कुलपति ने बताया कि प्राचार्य सह केंद्राधीक्षक डॉ रेणु ठाकुर से केंद्र पर कदाचार होने के मामले में स्पष्टीकरण मांगा गया है. साथ ही एक दिन पहले उसी केंद्र से कदाचार का वायरल होने के मामले में भी प्राचार्य से जवाब मांगा गया है. कुलपति ने कहा है कि कदाचारमुक्त और शांतिपूर्ण माहौल में परीक्षा के संचालन का आदेश दिया गया था. इसके बाद भी इस प्रकार की गड़बड़ी हुई है. ऐसे में प्राचार्य के खिलाफ भी कार्रवाई की बात कही है. उन्हाेंने कहा कि विश्वविद्यालय और शिक्षा की गरिमा को वापस लाना है. ऐसे में परीक्षाओं में कदाचार अब नहीं चलेगा. यदि इसमें कॉलेजों के स्तर से गड़बड़ी होती है तो कार्रवाई की जाएगी.
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