मुजफ्फरपुर. राज्य कर विभाग जिले के करीब एक दर्जन कारोबारियों के प्रतिष्ठान के सर्वे की योजना बना रहा है. इसके लिए विभागीय स्तर पर धावा दल का भी गठन किया गया है. इन कारोबारियों के जीएसटी रिटर्न में गड़बड़ी पायी गयी है. विभाग पिछले तीन महीने से ऐसे कारोबारियों का डाटा संग्रह कर रहा था. इसमें से कुछ मामले सीजीएसटी व जीएसटी से भी जुड़े हैं. बाहर से सामान मंगाने वाले कारोबारियों के रिटर्न में गड़बड़ी के कारण केंद्र सरकार से बिहार को टैक्स के मद में राजस्व की प्राप्ति नहीं हुई है. जांच रिपोर्ट के बाद विभाग ने अब ऐसे कारोबारियों की सूची तैयार कर मुख्यालय से अनुमति मांगी है. इन कारोबारियों के यहां सर्वे कर सामान की खरीद-बिक्री का हिसाब लेगा और गलत रिटर्न पर टैक्स के साथ पेनाल्टी की वसूली होगी. इस महीने में विभाग ऐसे प्रतिष्ठानों की जांच करेगा.
विशेष अभियान चला कर पकड़ी जा रहीं गाड़ियां
राज्य कर विभाग की मोबाइल टीम विशेष अभियान चलाकर लगातार बिना इवे बिल वाली गाड़ियों को जब्त कर रहा है. विभाग की दो मोबाइल टीमें विभिन्न एनएच पर छोटी गाड़ियों सहित ट्रक की जांच कर रही हैं. जिन गाड़ियों का इवे बिल नहीं होता, उसे जब्त कर उस क्षेत्र के थाना में रखा जाता है. विभाग ने पिछले महीने बिना इवे बिल वाली गाड़ियों की जब्ती कर एक करोड़ टैक्स की वसूली की थी. नियम के अनुसार बिना इवे बिल वाली गाड़ियों पर जितना का सामान होता है, उस पर निर्धारित टैक्स स्लैब के साथ तीन गुना पेनाल्टी की जाती है.
—–जिन कारोबारियों के रिटर्न में गड़बडी मिल रही है और जो टैक्स कम दे रहे हैं, उनके यहां सर्वे किया जाएगा. ऐसे प्रतिष्ठानों की सूची बना कर मुख्यालय को भेजी जा रही है. वहां से निर्देश मिलते ही ऐसे प्रतिष्ठानों पर कार्रवाई की जाएगी-सत्येंद्र कुमार सिन्हा, प्रमंडलीय अपर कर आयुक्तडिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है