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आवारा कुत्तों ने छह साल के मासूम को नोचा, कान सहित सिर का एक परत गायब

आवारा कुत्तों ने छह साल के मासूम को नोचा, कान सहित सिर का एक परत गायब

By Prabhat Khabar News Desk | November 24, 2024 1:51 AM
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-तीन महीने के भीतर बोचहां इलाके में दूसरी बड़ी घटना, दहशत में है पूरा इलाका-जख्मी मासूम के सिर का हुआ ऑपरेशन, हालत गंभीर

मुजफ्फरपुर.

तीन महीने के भीतर मुजफ्फरपुर के बोचहां में आवारा कुत्तों ने फिर से एक मासूम को अपना शिकार बना लिया है. बोचहां थाना के विशनपुर जारंग आथर के रहने वाले उमेश साह के छह वर्षीय पुत्र बबलू पर शुक्रवार की शाम खेलने के दौरान कुत्तों का झुंड टूट पड़ा. कुत्तों ने मासूम के बायें कान को नोच डाला. वहीं, सिर का बाल सहित एक परत नोच लिया. इससे कई हड्डियां भी टूट गयी है. कुत्तों के हमला के दौरान चिल्ला रहे मासूम की आवाज को सुन परिवार सहित आसपास के लोग दौड़े. तब तक मासूम गंभीर रूप से जख्मी हो गया. काफी मशक्कत के बाद कुत्तों के बीच से मासूम को बचाया गया. इस बीच लोगों ने लाठी-डंडा से पिटाई कर कुत्तों को भगाया. कुत्ते के हमला से जख्मी मासूम को लहूलुहान स्थिति में इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया. फिलहाल अहियापुर के एक निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है. डॉक्टरों की टीम ने उसके सिर का ऑपरेशन कर टूटी हड्डी को जोड़ने के साथ इलाज शुरू कर दिया है. बच्चा अभी अस्पताल के आईसीयू में भर्ती है. घटना से पूरे गांव व इलाके में दहशत है.

सितंबर में तीन बच्चों को नोच-नोच कर कर दिया था लहूलुहान

सितंबर महीने में बोचहां के साहू पट्टी मैदापुर गांव में कुत्तों की झुंड ने स्कूल जा रहे तीन बच्चों पर हमला कर दिया था. तब तीनों बच्चे गंभीर रूप से जख्मी हो गये थे. एक बच्चे के पीठ को पूरी तरह से नोच डाला था. वहीं, दूसरे के सिर व कान को नोच दिया था. तब तीनों बच्चों का इलाज एसकेएमसीएच में हुआ था. अस्पताल के सुपर स्पेशलिस्ट वार्ड में प्लास्टिक सर्जरी किया गया था. इतनी बड़ी घटना के बावजूद प्रशासन की नींद नहीं खुली. तीन महीने के भीतर दूसरी बड़ी घटना घट गयी है.

मिठनपुरा में भी एक चार साल की मासूम की जा चुकी है जान

ढाई साल पहले मिठनपुरा में अपनी मां के साथ घर लौट रही एक चार साल की नन्ही सी मासूम बच्ची पर कुत्तों ने हमला कर दिया था. तब बच्ची मां की हाथ पकड़ जा रही थी. इस दौरान कुत्तों ने मासूम को इस कदर काटा कि मौके पर ही बच्ची ने दम तोड़ दिया था. इस घटना के बाद लोगों में काफी गुस्सा दिखा था. तब निगम की तरफ से आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए नसबंदी कराने के साथ नियमित रूप से एंटी रेबीज इंजेक्शन दिलाने की बात कही गयी थी. हालांकि, आज तक यह प्रस्ताव नगर निगम के फाइल में ही दबा है.

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