20 सूत्री मांगों को लेकर विद्यार्थी परिषद का हल्ला बोल, तीन घंटे तक प्रदर्शन
20 सूत्री मांगों को लेकर विद्यार्थी परिषद का हल्ला बोल, तीन घंटे तक प्रदर्शन
मुजफ्फरपुर.
बीआरएबीयू में शैक्षणिक अराजकता व भ्रष्टाचार पर संज्ञान लेने, नामांकन शुल्क में बेतहाशा वृद्धि को वापस लेने, परीक्षा परिणाम में व्यापक गड़बड़ी को अविलंब दूर करने समेत अन्य 20 सूत्री मांगों को लेकर मंगलवार को कार्यकर्ताओं ने धरना-प्रदर्शन किया. हल्ला बोल कार्यक्रम के तहत अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के मुजफ्फरपुर, सीतामढ़ी, मोतिहारी, वैशाली व बेतिया से पहुंचे कार्यकर्ताओं ने विवि मुख्यालय में आक्रोश मार्च निकाला. लंगट सिंह कॉलेज से होते हुए विवि धरना स्थल पहुंच कार्यकर्ताओं ने धरना दिया. इसके कुछ देर बाद विवि के अध्यक्ष छात्र कल्याण धरना स्थल पहुंचे और वार्ता कर उन्हें शांत कराने का प्रयास किया, लेकिन कार्यकर्ता मानने को तैयार नहीं हुए. इसके बाद कुलानुशासक, परीक्षा नियंत्रक के साथ डीएसडब्ल्यू पुनः वार्ता करने आये. इस दौरान पदाधिकारियों के साथ कार्यकर्ताओं की तीखी बहस और नोकझाेंक भी हुई. तीन घंटे के धरना के बाद कुलपति मौके पर पहुंचे. कार्यकर्ताओं ने उनके समक्ष अपनी मांगें रखी. मुजफ्फरपुर महानगर जिला संयोजक मयंक मिश्रा ने कहा कि स्नातक द्वितीय वर्ष और पीजी प्रथम सेमेस्टर के परिणाम में व्यापक रूप से गड़बड़ी की गयी है. बड़ी संख्या में छात्र-छात्राओं को एक-दो अंक देकर प्रमोटेड और फेल कर दिया गया है. सभी उत्तर पुस्तिका की फिर से जांच की मांग कर रहे थे. कुलपति ने अभाविप कार्यकर्ताओं को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों पर विचार कर शीघ्र निर्णय लिया जायेगा. प्रदर्शन में दीपांकर गिरी, रणविजय नारायण सिंह, पुष्कर सिंह, अभिनव राज, प्रभात मिश्रा, दिव्य ज्योति, अंजली, मानसी, श्वेता, सुजीत मिश्रा, अभिजीत राय, विशाल झा, सोनू, अरविंद कुशवाहा, आयुष आदित्य, अनीश कुमार, हर्ष, सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद रहे.इन मांगों को विश्वविद्यालय के समक्ष रखा
नामांकन में अलग-अलग कॉलेजों में अलग फी लेने, एससी-एसटी छात्र-छात्राओं से फी लेने, मानक को पूरा नहीं करने वाले संबद्ध डिग्री कॉलेजों की मान्यता रद्द करने, छात्रहित में सिंगल विंडो सिस्टम चालू कर समस्या का समाधान सुनिश्चित कराने, बेतिया में खुले एक्सटेंशन काउंटर में कर्मचारियों की अतिशीघ्र नियुक्ति करने, विवि की ओर से कार्य के बदले एजेंसी को किए गये भुगतान की जांच करने, एक ही स्थान पर तीन वर्षों से अधिक समय से जमे कर्मचारियों का स्थानांतरण करने, पूछताछ के लिए केन्द्रीकृत काउंटर व टॉल फ्री नम्बर जारी करने, लंगट सिंह महाविद्यालय के सभी छात्रावासों को अविलंब खोलने, छात्राओं के लिए छात्रावासों, विवि के विभागों एवं महाविद्यालयों में सेनेटरी पैड वेडिंग व डिस्पोजल मशीन लगाने, दूर-दराज से आने वाले छात्र-छात्राओं व अभिभावकों के लिए बैठने की उचित व्यवस्था करने, विवि क्वार्टर में अवैध रूप से रह रहे कर्मचारियों, प्राध्यापकों व अन्य लोगों को हटाने, विवि के बंद पड़े प्रेस को चालू करने, पैट-2021 के कोर्स वर्क का परीक्षा परिणाम जारी करने, पुस्तकालय में नयी पुस्तकें उपलब्ध कराने समेत अन्य मांग शामिल थी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है