मुजफ्फरपुर से आइटीआइ की परीक्षा देकर लौट रहे छात्रों ने रविवार को ट्रेनों पर पूरी तरह से कब्जा कर लिया. कोच में घुसने के लिये धक्का-मुक्की और हो-हल्ला की स्थिति करीब दो घंटे तक बनी रही. इस दौरान ट्रेन पड़ने के लिये दौड़-भाग मची रही. वहीं सेना के जवान और छात्रों के बीच चढ़ने लेकर झड़प हो गयी.
दोपहर के समय 1.15 बजे परीक्षा खत्म होते ही बिहार के कई जिलों से परीक्षा देने आए छात्र वापस अपने गंतव्य पर लौटने के लिए जंक्शन पर जुटने लगे. हालात यह थे कि कुछ ही देर में प्लेटफॉर्म से लेकर रेलवे ट्रैक तक 3 हजार से अधिक परीक्षार्थी जमा हो गये. कोच में दूसरी ओर से चढ़ने के लिये ट्रैक पर भीड़ उमड़ गयी.
दोपहर के समय प्लेटफॉर्म संख्या-1 पर मौर्य एक्सप्रेस व प्लेटफॉर्म संख्या-2 पर जयनगर-दानापुर एक्सप्रेस प्लेट हुई. दोनों ट्रेन में चढ़ने के लिये छात्रों के बीच जम कर धक्का-मुक्की हुई. इस दौरान आरपीएफ की टीम मुस्तैद थी. आरपीएफ इंस्पेक्टर मनीष कुमार खुद मॉनिटरिंग कर रहे थे. लेकिन काफी संख्या में छात्र थे, ऐसे में कई बार भीड़ अनियंत्रित हुई. बता दें कि 23 केंद्रों पर आइटीआइ की परीक्षा थी. दूसरे जिलों से 15 हजार से अधिक परीक्षार्थी पहुंचे थे.
रेल के अन्य यात्रियों को हुई परेशानी
परीक्षार्थियों की भीड़ की वजह से रेल यात्रियों को इस दौरान काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. इस दौरान सैंकड़ों परीक्षार्थी ने कई ट्रेन के गेट से लेकर बोगी तक पर कब्जा जमा लिया. जिसमें उस समय काफी समस्या हुई, जब जिन यात्रियों को मुजफ्फरपुर में उतरना था, वे भीड़ की वजह से गेट से बाहर नहीं निकल पा रहे थे. कई यात्रियों ने विवश हो कर दूसरी ओर ट्रैक पर उतर गये.
लालगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन के एसी बोगी में घुसे परीक्षार्थी
लालगढ़-डिब्रूगढ़ ट्रेन मुजफ्फरपुर जंक्शन पर जैसे ही पहुंची, एसी बोगी के पास परीक्षार्थियों की भीड़ पहुंच गयी. गेट खुलते ही परीक्षार्थी एसी बोगी में घुस गये, भीड़ इतनी अधिक थी, कि आपस में ही परीक्षार्थी धक्का-मुक्की करने लगे. पहले से तैनात आरपीएफ व जीआरपी की टीम ने मोर्चा संभाला, हिदायत और चेतावनी के बाद स्थिति नियंत्रित हुई.