मुजफ्फरपुर में मेधा का जश्न, ‘प्रभात खबर’ से सम्मान पाकर खिले मेधावी छात्रों के चेहरे

प्रभात खबर के प्रतिभा सम्मान समारोह में मंत्री, कुलपति, डिप्टी मेयर , शिक्षाविद और पुलिस - प्रशासन के अफसरों ने 10वीं और 12वीं में अच्छे अंकों से पास करने वाले स्टूडेंट्स को किया सम्मानित, बेहतर भविष्य के दिए टिप्स

By Anand Shekhar | June 29, 2024 9:33 PM

Prabhat Khabar Pratibha Samman: मुजफ्फरपुर में शनिवार को प्रभात खबर का प्रतिभा सम्मान समारोह हुआ. लंगट सिंह कॉलेज के सभागार में हुए कार्यक्रम में सैकड़ों मेधावी टॉपर स्टूडेंट्स को सम्मानित कर पुरस्कृत किया गया. हाल ही में 10वीं और 12वीं  परीक्षा में अपनी मेधा का परचम लहराने वाले छात्र- छात्राओं को मुख्य अतिथि बिहार के पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता, विशिष्ट अतिथि बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डीसी राय, डिप्टी मेयर डॉ मोनालिसा, एनटीपीसी के अपर महाप्रबंधक (मानव संसाधन) महेश कुमार सुथार, एलएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ ओपी राय, सिटी एसपी अवधेश दीक्षित, सीनियर डिप्टी एसपी यातायात नीलाभ कृष्ण ने मेडल और प्रशस्ति-पत्र प्रदान किये.

कार्यक्रम में पहुंचे सभी अतिथियों ने अपने अनुभव के आधार पर बच्चों को शिक्षा के महत्व को समझाया. भविष्य में बेहतर करने के लिए प्रेरित किया. इससे पूर्व अतिथिगणों द्वारा दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया. गौरतलब है कि प्रभात खबर वर्ष 2010 से बिहार, पश्चिम बंगाल और झारखंड में 50 हजार बच्चों को सम्मानित करता आ रहा है.

बच्चों को उनकी इच्छा अनुसार पढ़ाएं अभिभावक : पंचायती राज मंत्री

मुख्य अतिथि पंचायती राज मंत्री केदार गुप्ता ने कहा कि अभिभावक पेट काट कर बच्चों को पढ़ाते हैं. ऐसे कई उदाहरण हैं, जहां रिक्शा चलाने वाले और मजदूरी करने वाले माता-पिता ने भी बेटे को पढ़ा-लिखा कर डॉक्टर, इंजीनियर और आईपीएस बनाया है. मेहनत का दूसरा विकल्प नहीं है. मन में लगन हो तो कोई भी काम असंभव नहीं है. अभिभावकों को हमेशा बच्चों की इच्छा के अनुसार पढ़ाना चाहिए. जिससे वे सफल होकर अपनी मंजिल तलाश सके.

आईएएस-आईपीएस से पहले अच्छा इंसान बनना जरूरी

बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ डीसी राय ने कहा कि अभिभावक बच्चे को डॉक्टर – इंजीनियर बनने को बाध्य न करें. बच्चे को उसकी रुचि के अनुसार फील्ड चुनने दें. बेसिक साइंस में भी बहुत सारे कॅरियर हैं, जिन्हें हम नहीं जानते. बच्चों को अपनी संस्कृति के हिसाब से विकसित होने दें. वह आइएएस- आइपीएस बनें उससे पहले एक अच्छा इंसान जरूर बनें. डिप्टी मेयर डॉ मोनालिसा ने कहा कि दसवीं के बाद छात्रों के जीवन में टर्निंग प्वाइंट आता है. यही वह समय है, जब हम आगे अपनी मंजिल के बारे में सोचते हैं कि हमें क्या करना है. आगे की पढ़ाई करें और मोबाइल से दूरी बनाये रखें.

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जीवन के उतार-चढ़ाव से नहीं होना है निराश -सिटी एसपी

सिटी एसपी अवधेश दीक्षित ने छात्र-छात्राओं से कहा कि आपकी सफलता के पीछे कई लोगों का हाथ होता है. जीवन में कभी अप आयेगा तो कभी डाउन लेकिन निराश नहीं होना है. बच्चों को सोशल मीडिया के जरिए होने वाले साइबर क्राइम को लेकर सचेत किया. कुछ भी गलत होने पर माता-पिता से बात करें. अभिभावकों से अपील की कि वह अपने बच्चे को समझने की कोशिश करें. संवादहीनता नहीं होनी चाहिये.


प्रभात खबर के संपादक ( बिहार ) अजय कुमार ने स्वागत भाषण में बच्चों को प्रेरित करने के साथ- साथ पर्यावरण के प्रति जागरूक किया. स्थानीय संपादक पवन प्रत्यय ने भी बच्चों को बेहतर भविष्य बुनने के टिप्स दिए. इस दौरान पूरे जिला से पहुंचे गणमान्य लोगों के अलावा छात्र- छात्राओं के अभिभावकगण भी मौजूद रहे. 

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