नौ हजार छात्राओं के पिता का नाम मिस्मैच, कन्या उत्थान के लाभ से हो सकतीं वंचित
कन्या उत्थान के लाभ से वंचित हो सकतीं छात्राएं.
बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के 2018-21 सत्र में स्नातक उत्तीर्ण हुईं हैं छात्राएं वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के विभिन्न कॉलेजों से सत्र 2018-21 में उत्तीर्ण नौ हजार छात्राओं का नाम पिता के नाम के नहीं होने के कारण पोर्टल पर नहीं दिख रहा है. विश्वविद्यालय की ओर से कहा गया है कि ये छात्राएं अपना आधार कार्ड लेकर विश्वविद्यालय के अध्यक्ष छात्र कल्याण कार्यालय में जमा करा दें. हाथों-हाथ उनके पिता का नाम पोर्टल पर अपडेट हो जायेगा. इसके बाद सरकार की ओर से पोर्टल खुलने पर वे योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन कर पायेंगे. विश्वविद्यालय की ओर से बताया गया कि इन छात्राओं को कई बार रिमाइंडर भी भेजा गया है कि वे अपना आधार कार्ड जमा करा दें. उनके अंकपत्र पर पिता का नाम नहीं है. विश्वविद्यालय की ओर से अंकपत्र ही पोर्टल पर अपलोड किया गया है. ऐसे में सिर्फ छात्रा का नाम और रोल नंबर मैच हो रहा है. पिता का नाम नहीं होने के कारण डाटा मिस्मैच हो रहा है. विश्वविद्यालय के पदाधिकारी ने कहा कि फिलहाल पोर्टल बंद है. ऐसे में छात्राओं को चाहिए कि वे अपना आधार कार्ड जमा कर नाम जोड़वा लें, ताकि पोर्टल खुलने पर वे आवेदन की प्रक्रिया कर सकें. बता दें कि इन छात्राओं को योजना के तहत 50 हजार रुपये दिये जाने हैं. विभाग की ओर से कहा गया है कि यदि इन छात्राओं की ओर से आवेदन नहीं किया जाता है तो यह समझा जायेगा कि इन्हें योजना का लाभ लेने में काेई रूचि नहीं है.