सरकारी व निजी स्कूलों में अध्ययनरत नौवीं से 12वीं तक के बच्चे करेंगे प्रतिभाग
मुजफ्फरपुर.
सरकारी व निजी स्कूलों में नौवीं से 12वीं कक्षा में अध्ययन करनेवाले विद्यार्थियों को छह विधाओं में प्रतिभा दिखाने का मौका मिलेगा.स्कूल से शुरू होकर जिलास्तर तक कला उत्सव के आयोजन के बाबत बिहार शिक्षा परियोजना की ओर से शिड्यूल जारी किया गया है. कहा है कि 26 अक्तूबर तक सभी स्कूलों में प्रतियोगिताएं करायीं जाएं. इसमें प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को जिला स्तरीय आयोजन में शामिल किया जायेगा.26 की शाम तक जिला शिक्षा विभाग को प्रथम स्थान प्राप्त करनेवाले छात्रों की सूची उपलब्ध कराने को कहा गया है. जिलास्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को राज्य स्तरीय प्रतियोगिता में शामिल होने का मौका मिलेगा. छात्र या छात्रा किसी एक ही श्रेणी या विधा में हिस्सा ले सकेंगे. दिव्यांगों को भी प्रोत्साहित करने को कहा गया है. जिलास्तरीय प्रतियोगिता में अपनी प्रस्तुति के लिए छात्र-छात्राओं को अधिकतम पांच मिनट का समय मिलेगा. समूह प्रस्तुतियों में अधिकतम पांच छात्र-छात्राएं शामिल हो सकते हैं.जिलास्तरीय प्रतियोगिता के लिए निर्णायक मंडल का गठन होगा. उनकी ओर से प्रतिभागियों को दिए गये अंक के आधार पर विजेताओं की घोषणा की जायेगी.
———–विधाओं का विवरण
1. संगीत (गायन ) – शास्त्रीय लोक-जनजातीय धार्मिक, समूह गान, लोक जनजातीय गीत, भक्ति गीत, देशभक्ति गीत2. संगीत (गायन) – शास्त्रीय अनवद्ध वाद्य, शास्त्रीय स्वर वाद्य, आर्केस्ट्रा समूह (लोक – शास्त्रीय)3. नृत्य – शास्त्रीय – भारत का कोई भी शास्त्रीय नृत्य, क्षेत्रीय (लोक जनजातीय) गैर फिल्मी समकालीन कोरियोग्राफी4. थिएटर – मोनो एक्ट, मिमिक्री, माइम, सामूहिक नाट्य – ड्रामा प्रस्तुति.5. दृश्य कला – द्विआयामी – चित्रकला, चित्रकारी, प्रिंटिंग, कार्टून, कैरिकेचर। त्रिआयामी – मूर्तिकला, मोबाइल्स, स्वदेशी खिलौने एवं खेल, स्थानीय शिल्प.
6. पारंपरिक कहानी – प्रतिभागी कहानी वाचन में किसी एक या एक अधिक कला स्वरूपों (नृत्य, संगीत, दृश्यकला या नाटक ) का प्रयोग कर सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है