मुजफ्फरपुर. उमस के साथ पड़ रही भीषण गर्मी के कारण बच्चों की जानलेवा बीमारी एइएस के बढ़ने की आशंका के मद्देनजर जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य विभाग को अलर्ट मोड में काम करने को कहा है. डीएम सुब्रत कुमार सेन ने कलेक्ट्रेट सभागार में एइएस जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में निर्देश दिए. पर्यवेक्षिका को हर दिन 10 घरों से फीडबैक लेना है. वहीं सेविका 20 घरों का भ्रमण करेंगी. इधर, बैठक से अनुपस्थित रहने पर बरुराज सीडीपीओ का जून का वेतन बंद करने का आदेश दिया. डीएम ने साफ तौर पर कहा कि एइएस मामले में कोताही बरतने वाले को बख्शा नहीं जाएगा. बैठक में आईसीडीएस, जीविका, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित जागरूकता कार्यक्रम तथा स्वास्थ्य केन्द्रों में इलाज संबंधी कार्यों की समीक्षा की गई और निर्देश दिये गये. 80 प्रतिशत से कम प्रदर्शन करने वाली 11 महिला पर्यवेक्षिका से स्पष्टीकरण मांगते हुए जून का वेतन बंद करने का निर्देश दिया गया है. सभी सीडीपीओ को दो सप्ताह का समय देते हुए एइएस संबंधी कार्यों में सुधार लाने का सख्त निर्देश दिया. सिविल सर्जन को एइएस. पर आधारित साप्ताहिक बैठक कराने और उस बैठक मे विभागवार रिपोर्ट देने को कहा. बताया कि जिले में एइएस के 12 मामले आए है. जो इलाज के बाद ठीक होकर घर लौट गए. एइएस का नियंत्रण कक्ष 18003456629, 0621-2266055, 0621-2266056 है. बैठक में डीडीसी आशुतोष द्विवेदी, सिविल सर्जन डाॅ अजय कुमार, एइएस के नोडल पदाधिकारी डाॅ सतीश कुमार, डीपीओ आइसीडीएस चांदनी सिंह, सभी सीडीपीओ, महिला पर्यवेक्षिका सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे.
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