13 साल के सूर्यांश ने खेलने-कूदने की उम्र में मां के सपनों को उड़ान देने की ठानी, तो इतिहास रच दिया. आठ साल से कागज पर चल रही कंपनी को रफ्तार देने के साथ ही सूर्यांश ने नौ महीने में 56 स्टार्टअप की नींव रख दी. जिले के बाढ़ग्रस्त क्षेत्र के कटरा प्रखंड के अम्मा गांव निवासी समाजसेवी संतोष कुमार व अर्चना का पुत्र सूर्यांश 56 कंपनियों के सीइओ होने के साथ ही दुनिया का यंगेस्ट सीइओ भी बन गया है. सूर्यांश का कहना है कि उसकी कंपनी सूर्यांश कॉन्टेक प्राइवेट लिमिटेड हर तरह की जरूरतें पूरी करेगी.
खेलने-कूदने की उम्र में कंपनी चलाने की मानसिकता के साथ सूर्यांश 10वीं की पढ़ाई भी कर रहा है. मां अर्चना ने 2014 में कंपनी सूर्यांश कॉन्टेक प्राइवेट लिमिटेड का सिर्फ कागजी कार्य पूरा कर बचा कर रखा था. 2021 में सूर्यांश ने सीइओ का पद संभाला, तो कंपनी ऊंचाई की ओर बढ़ने लगी. नौ महीने में 56 स्टार्टअप की नींव रखी, जिसमें दर्जनभर पर तेजी से काम चल रहा है. अगले चार-पांच महीने में सभी बाजार में उतर जायेंगी. इनकी कंपनियों में प्रमुख है- मंत्राफाई, जैस बिजनेस, जीप्सी कैब्स, जैसिफाई, जैस हेल्थ, जैस जोल्लिज, मंत्रा-कॉइन, जैस ब्रांड्स, जैस टेक, जैस स्नेप, चुलबुली आदि. सभी कंपनियां सूर्यांश कॉन्टेक प्राइवेट लिमिटेड के तहत संचालित होंगी. सूर्यांश का कहना है कि मंत्रा-फाई एक ऐसा प्लेटफार्म बनाया गया है, जहां कोई भी व्यक्ति क्रिप्टोकर्रेंसी जैसे डीप टेक में इन्वेस्ट कर सके. इस प्लेटफॉर्म पर निवेश करने के लिए किसी भी टाइप की फाइनेंसियल नॉलेज की आवश्यकता नहीं होगी. सूर्यांश के पिता संतोष कुमार ने बताया कि वह 15 घंटे अपनी कंपनियों को और दो घंटे पढ़ाई का समय देता है.