मुजफ्फरपुर से 30 टन लीची अरब के शहरों में भेजने का लक्ष्य, मुशहरी बागान का दौरा करेगी टीम

मई महीना शुरू होने वाला है, ऐसे में लुलु कंपनी के टीम खरीदारी के लिये आज कांटी और मुशहरी में लीची के बाग का मुआयना करेगी

By Anand Shekhar | April 30, 2024 6:40 AM

Muzaffarpur News : संयुक्त अरब अमीरात के शहरों से लीची को लेकर अभी से डिमांड शुरू हो गयी है. इस बार भी शारजाह से लेकर अन्य शहरों में लोग मुजफ्फरपुर के लीची का स्वाद ले सकेंगे. इसके लिये मॉल की कंपनी (लुलु) की टीम ने तैयारी शुरू कर दी है. मंगलवार को कंपनी की एक टीम मुजफ्फरपुर पहुंचेगी. जो लीची की खरीदारी के लिये बाग का जायजा लेगी. बिहार लीची उत्पादक संघ की टीम के साथ कंपनी के प्रतिनिधि लीची के बाग को घुमेंगे.

बिहार लीची उत्पादक संघ के अध्यक्ष बच्चा प्रसाद सिंह ने बताया कि टीम कांटी और मुशहरी क्षेत्र में लगे लीची के बाग को देखेगी. लीची के मार्केटिंग के लिये बेहतर स्थिति यह है, कि इस बार कंपनी ने एक्सपोर्ट का टारगेट भी बढ़ा दिया है. इस बार 30 टन लीची विदेश भेजने का टारगेट है. जबकि बीते वर्ष कंपनी ने शुरुआत में 15 टन लीची की खरीदारी कर एक्सपोर्ट किया था.

हीट वेव के कारण 40 फीसदी उत्पादन में गिरावट

अप्रैल महीने में ही पारा के 41 डिग्री तक जाने से लीची के किसानों की मुश्किलें बढ़ गयी है. लीची उत्पादक संघ के अनुसार एक सप्ताह तक यदि गर्मी की यही स्थिति बनी रही तो 40 से 50 फीसदी लीची के उत्पादन में गिरावट होगी. छोटे से लेकर बड़े रकवा वाले सभी लीची के किसान, इस मौसम के कारण चिंता में है. किसानों ने बताया कि पारा के साथ तेज गर्म हवा के कारण भी लीची के फल को क्षति हो रही है. हवा के झटका से छोटा दाना एक दूसरे डाली से टकड़ा कर टूट जा रहा है. ऐसे में हवा की रफ्तार भी कम हो जाने से किसानों के लिये राहत की बात होगी.

दरभंगा से बेंगलुरु के लिए फ्लाइट की डिमांड

महानगरों से लेकर विदेश तक मुजफ्फरपुर के लीची को पहुंचाने का तत्काल नजदीक में दरभंगा एयरपोर्ट है. मामले में बिहार लीची उत्पादक संघ की ओर से एविएशन, संबंधित विभाग को पत्र लिखा गया है. जिसमें दरभंगा से बेंगलुरु के लिये आने वाले लीची के सीजन में फ्लाइट दिये जाने की मांग की गयी है. साथ ही लीची की ढुलाई को लेकर विशेष व्यवस्था करने की भी बात कही गयी है. बताया गया है कि आने वाले दिनों में बेंगलुरु की फ्लाइट रद्द होने के बाद मांग पत्र लिखा गया है. पिछले वर्ष बाहर की कंपनियों ने वाहन से बनारस व वहां से फ्लाइट के जरिये लीची को विदेश तक एक्सपोर्ट किया.

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