Bihar News: मुजफ्फरपुर में फिर पागल कुत्ते का आतंक, निगम कर्मी समेत कई लोग घायल
Bihar News: मुजफ्फरपुर के मझौलिया के शिवपुरी में एक बार फिर से पागल कुत्ते का आतंक देखने को मिल रहा है. यहां कुत्ते ने कई लोगों को जख्मी कर दिया है. शिकायत के बाद पहुंचा डॉग कैचर वाहन, पागल कुत्ता अभी भी पकड़ से बाहर
Bihar News: मुजफ्फरपुर शहरी क्षेत्र में फिर से आवारा कुत्तों का आतंक बढ़ गया है. मंगलवार को वार्ड नंबर 27 के दामुचक से मझौलिया रोड, शिवपुरी मोहल्ले में एक पागल कुत्ते ने कई व्यक्ति को काट लिया है. सुबह-सुबह सफाई को पहुंचे निगम कर्मी को भी काट कुत्ते ने जख्मी कर दिया. इसके अलावा लगभग आधा दर्जन अन्य लोगों को काटा है. लोगों ने सोशल मीडिया पर तस्वीर डाल कुत्ते की आतंक की शिकायत की है. कुछ ही देर बाद नगर निगम का डॉग कैचर वाहन मोहल्ले में पहुंचा.
निगम कर्मी सहित अन्य लोगों को काट कर जख्मी करने वाले पागल कुत्ते को पकड़ने के लिए नगर निगम की टीम लगभग दो घंटे तक कोशिश की. वह पकड़ में नहीं आया. इसके बदले लोगों की शिकायत पर अन्य कुत्ते को पकड़ कर निगम की टीम लौट गयी. स्थानीय पार्षद अजय ओझा ने बताया कि उनके वार्ड में आवारा कुत्तों का आतंक काफी बढ़ गया है. वार्ड स्तर पर बने व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से उन्हें निगम कर्मी सहित कई लोगों को कुत्ते के काटने की शिकायत मिली. इसके बाद उन्होंने तुरंत निगम के अधिकारी से शिकायत की.
निगम नहीं कर रहा ठोस उपाय, बच्ची की हो चुकी है मौत
शहर की सड़कों पर घूमने वाले आवारा कुत्तों पर लगाम लगाने के लिए नगर निगम कोई ठोस उपाय नहीं कर पा रहा है. दो साल पहले कुत्तों की झुंड ने चार साल की बच्ची समेत बुजुर्ग महिला को काट गंभीर रूप से जख्मी कर दिया था. इससे दोनों की जान जा चुकी है. तब निगम प्रशासन ने कुत्तों की नसबंदी कराने व एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाने के लिए टेंडर निकाला था. लेकिन, आज तक इस पर फैसला नहीं हो सका. इससे स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है.
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हर माह 700 लोगों को लग रहा रैबीज का इंजेक्शन
सदर अस्पताल में रोजाना 25 मरीज कुत्ते व बंदरों के काटने के बाद रेबीज का इंजेक्शन लगवाने के लिए पहुंच रहे हैं. अस्पताल में हर माह 700 मरीजों को एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाया जा रहा है. हर दिन एंटी रेबीज के मरीज पहुंचने के बाद अस्पताल प्रशासक की ओर से एंटी रैबीज इंजेक्शन की आपूर्ति करायी जा रही है. अस्पताल में इंजेक्शन की डोज मुफ्त में लगायी जाती है, जबकि निजी अस्पतालों में इसके लिए 300 से 350 रुपये लिए जाते हैं.
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि रेबीज एक विषाणु जनित रोग है. इस कारण मस्तिष्क में सूजन हो सकता है. सीएस डॉ अजय कुमार ने कहा कि अस्पताल में एंटी रैबीज इंजेक्शन काफी मात्रा में उपलब्ध है.
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