बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चोरों का बढ़ा आतंक,युवकों ने नाव से शुरु की पहरेदारी
बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में चोरों का आतंक बढ़ गया है.मुजफ्फरपुर में सात दिनों में चोरों ने छह घरों को अपना निशाना बनाया है. इसकी सूचना मिलने पर घरों को चोरों से बचाने के लिए मुजफ्फरपुर में आठ युवकों ग्रुप बनाकर नाव से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के घरों की पहरेदारी शुरु कर दी है.
पटना.बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में चोरों का आतंक बढ़ गया है.मुजफ्फरपुर में सात दिनों में चोरों ने छह घरों को अपना निशाना बनाया है. इसकी सूचना मिलने पर घरों को चोरों से बचाने के लिए मुजफ्फरपुर में आठ युवकों ग्रुप बनाकर नाव से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र के घरों की पहरेदारी शुरु कर दी है. पूरी रात ये लोग दो ग्रुप में बंटकर बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में पहरेदारी करते हैं और दिन में सोकर अपनी थकान मिटाते हैं.
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में चोरों का बढ़ा आतंक
बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में पानी भर जाने के कारण यहां रहने वाले लोग घर छोड़ दिया. वे सुरक्षित स्थानों पर आ गए. इसका लाभ लेते हुए चोरों ने कई घरों में हाथ साफ कर दिया. सब कुछ लेकर भाग गए. इसकी सूचना मिलने पर आठ युवकों की टोली ने रात में बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में पहरेदारी शुरु कर दी. घरों को चोरों से बचाने के लिए कुछ युवकों ने दो ग्रुप बनाकर ये काम कर रहे हैं. ये लोग नाव से घरों की पहरेदारी कर रहे हैं. पूरी रात वे लोग बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में पहरेदारी करते हैं. बताते चलें कि पिछले एक सप्ताह में चोरों ने छह घरों को अपना निशाना बनाया था. सबसे ज्यादा शहरी क्षेत्र में बालूघाट, लकडीढाई, अहियापुर, आश्रमघाट, सिकन्दरपुर, अखराघाट, चंदवारा और कर्पूरी नगर बाढ़ से प्रभावित है. इन मोहल्लों में युवकों ने चोरी की घटना रोकने के लिए रात्रि पहरेदारी नाव से करने का जिम्मा उठाया है.
सुरक्षा के लिए लाठी-डंडा लेकर हुए सवार
पहरेदारी करने वाले युवक अपने साथ अपनी सुरक्षा के लिए लाठी और डंडा भी रखते हैं. ताकि किसी भी परिस्थिति से निपटा जा सके. बाढ़ प्रभावित मोहल्लों में नाव से गश्त लगाने का निर्देश वरीय पुलिस पदाधिकारी दे चुके हैं. इसके बावजूद पुलिस सिर्फ रोड पर पेट्रोलिंग करती दिखती है. बाढ़ प्रभावित मोहल्ले में तो झांकने तक नहीं जाती है