उपमुख्य संवाददाता, मुजफ्फरपुर बाजार समिति के एक सौ दुकानदार डेढ़ साल से बाहर से कारोबार कर रहे हैं. मरम्मत के नाम पर उन्हें आवंटित दुकान से हटा दिया गया और जो जगह दी गयी वहां एप्रोच रोड ठीक नहीं है. ऐसे में उन्हें परेशानी होती है. कारोबारियों का कहना है कि काम पूरा करने की डेडलाइन भी नहीं है. बिहार राज्य पुल निगम 72 करोड़ की लागत से यहां दुकानों की मरम्मत करा रहा है, लेकिन कहीं भी शिलापट्ट नहीं लगा है कि कौन-सा काम कितने लागत का है और कब तक पूरा हो जायेगा. बाजार समिति के चारों तरफ की सड़क ऊंची हो गयी है, जिसके कारण सड़क का पानी दुकानों में घुस जाता है. यह सबसे बड़ी समस्या है, लेकिन दुकान ऊंचा करने का काम नहीं हो रहा है. ऐसी स्थिति में यहां व्यवसायी कैसे कारोबार करेंगे. दुकानदार पवन दूबे ने कहा कि पूर्व में जिस भवन की मरम्मत की जा रही है, उसमें पहले से शौचालय था, लेकिन अब ठेकेदार द्वारा कहा जा रहा है कि शौचालय की मरम्मत नहीं करनी है. यहां पानी की टंकी भी नहीं लगेगी. बाजार समिति में आने वाले कई रोड ऐसे हैं, जिसमें बेतरतीब गड्ढे हैं और एक दिन के पानी में ही वह सड़क कीचड़ से भर जाती है. इस रास्ते से गुजरनेवाले ट्रक के पलटने का खतरा बना रहता है. समस्याओं के बाबत कारोबारियों ने एसडीओ पूर्वी का ज्ञापन सौंपा है ये हैं व्यवसायियों की मांगें – सभी दुकानों की मरम्मत हो – ए ब्लॉक की सभी दुकानों के आंगन में शौचालय है, इसे ठीक कराएं – चहारदीवारी को ऊंचा करें, जिससे चोरी का खतरा न हो – प्रत्येक दुकान की जल निकासी का कनेक्शन पीछे वाले नाला से हो – काम के संदर्भ में शिलापट्ट लगे, ताकि काम का पता चले क्या कहते हैं पदाधिकारी बाजार समिति में दुकानों की मरम्मत तो की जा रही है, लेकिन शौचालय व पानी की व्यवस्था की बात पर ठेकेदार इनकार कर रहे हैं. सड़कें ऊंची होने से सारा पानी बाजार समिति में आता है, लेकिन यहां की दुकानें ऊंची नहीं की जा रही हैं. कहीं पर भी शिलापट्ट नहीं लगा है कि कौन-कौन से काम कराये जाने हैं और कितनी राशि आवंटित हुई है. हमलोगों ने एसडीओ से मिलकर अपनी मांगें रखी हैं. – विजय कुमार चौधरी, अध्यक्ष, कृषि उत्पादन बाजार समिति व्यवसायी संघ
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