मुजफ्फरपुर. बीआरए बिहार विश्वविद्यालय के पीजी महिला छात्रावासों में बीते कई वर्षों से दर्जनों की संख्या में छात्राओं ने अवैध कब्जा जमा रखा है. इस कारण नए सत्र में नामांकन लेने वाली छात्राओं को कमरा आवंटित नहीं हो पा रहा है. उनकी ओर से आवेदन देने के बाद भी कमरा खाली नहीं होने का हवाला दिया जा रहा है. 55 छात्राओं के आवेदन पर विश्वविद्यालय ने एक वर्ष में कोई निर्णय नहीं लिया है. अब विश्वविद्यालय ने अवैध कब्जा को खाली कराने की दिशा में कवायद शुरू की है. इसको लेकर डीएसडब्ल्यू ने सभी अधीक्षकाें को निर्देश दिया है. कहा है कि सूचना मिली है कि छात्रावासों में कई वर्षों से कई छात्राएं अनाधिकृत रूप से कब्जा जमाए हुए हैं. इन छात्राओं के नाम से कमरा आवंटित नहीं है और न ही इन्होंने रिन्युअल कराया है. साथ ही कोर्स समाप्त होने के बाद भी कई छात्राएं अनाधिकृत रूप से यहां रह रही हैं. उन्हें चिह्नित कर छात्रावास से बाहर किया जाएगा. विश्वविद्यालय ने कहा है कि जिन कमरों को छात्राओं ने ताला मारकर मनमाने तरीके से बंद कर रखा है. वीडियोग्राफी कराकर उन कमरों का भी ताला तोड़ा जाएगा. साथ ही उन कमरों को भी छात्राओं को आवंटित कर दिया जाएगा.
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