झूठा निकला टीटीइ के रिश्वत लेने का मामला
ट्रेन में टीटीइ द्वारा रिश्वत लेकर यात्रियों को कोच में प्रवेश की अनुमति दिये जाने का वीडियो सामने आने पर इसकी जांच करायी गयी.
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर ट्रेन में टीटीइ द्वारा रिश्वत लेकर यात्रियों को कोच में प्रवेश की अनुमति दिये जाने का वीडियो सामने आने पर इसकी जांच करायी गयी. इसे रेलवे ने भ्रामक पाया. शुक्रवार को रिश्वत लेने का वीडियो वायरल हुआ,जिसपर लखनऊ से लेकर सोनपुर मंडल तक के अधिकारी हरकत में रहे. लखनऊ-बरौनी एक्सप्रेस 15204 में सुधांशु कुमार ने शुक्रवार की अहले सुबह पांच बजे रेलमदद के साथ रेल मंत्रालय व पूर्व मध्य रेल के एक्स हैंडल पर वीडियो टैग कर कार्रवाई की मांग की. बताया कि हाजीपुर के नजदीकी स्टेशन पर टीटीइ ने रिश्वत ली. उन्होंने अवैध यात्रियों को कोच में प्रवेश करने दिया.रुपये लेने का वीडियो भी शेयर किया.इसपर सबसे पहले डीआरएम लखनऊ ने कार्रवाई के लिए सोनपुर मंडल को सूचित किया. वहीं तत्काल मामले की जांच हुई. जिसके बाद सोनपुर मंडल के डीआरएम की ओर से बताया गया कि गलत तरीके से यह वीडियो बना है. यह भ्रामक है, जो रेल कर्मियों की छवि को धूमिल करता है. यह भी स्पष्ट किया गया कि शिकायत के आधार पर जांच करायी गयी, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि ऑन ड्यूटी टीटीइ द्वारा इएफटी नंबर के साथ (300 रुपये ) जारी किये थे. यात्री के पास चेंज नहीं होने से पहले 250 रुपये दिये गये और फिर बाद में बकाया 50 रुपये यात्री ने दिया. बता दें कि अतिरिक्त किराया टिकट (इएफटी) जो यात्रियों को बिना टिकट या अनुचित टिकट के साथ यात्रा करते हुए पाया जाता है, उन्हें ट्रेनों या स्टेशनों पर चेकिंग स्टाफ द्वारा जारी किया जाता है.
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