अब अक्टूबर तक सीवरेज प्रोजेक्ट का काम होगा पूरा, चार महीने का मिला अवधि विस्तार
321.64 करोड़ रुपये है प्रोजेक्ट की लागत राशि
वरीय संवाददाता, मुजफ्फरपुर स्मार्ट सिटी से चल रहे सीवरेज एवं ड्रेनेज प्रोजेक्ट वर्क को पूरा करने की नई डेडलाइन अक्टूबर तक तय की गयी है. पहले 30 जून तक ही समय-सीमा तय थी. लेकिन केंद्र सरकार की तरफ से मिले नौ महीने यानी मार्च 2025 तक कार्य अवधि विस्तार को देखते हुए स्मार्ट सिटी कंपनी ने कार्य कर रही एजेंसी को सीवरेज एवं ड्रेनेज प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए चार महीने यानी अक्टूबर तक का एक्सटेंशन दे दिया है. हालांकि, इसका पत्र अभी जारी नहीं हुआ है. दूसरी तरफ, सरैयागंज टावर, कंपनीबाग एवं सिकंदरपुर रोड में सीवरेज की अंडरग्राउंड पाइपलाइन बिछा मेनहोल के निर्माण के बाद अब एजेंसी ने सिकंदरपुर-राणीसती मंदिर, एसएसपी आवास, मरीन ड्राइव रोड में काम करना शुरू कर दिया है. लगातार रात्रि में खुदाई कर एजेंसी निर्माण शुरू किये हुए है. बरसात नहीं होने से एजेंसी को कार्य करने में काफी सहूलियत हो रही है. मेनहोल निर्माण के साथ-साथ सिकंदरपुर मन किनारे सीवरेज के गंदे पानी का ट्रीटमेंट कर मन में गिराने के लिए तीन इंटीग्रेटेड पंपिंग स्टेशन (आईपीएस) का निर्माण होना है. इसका निर्माण अंतिम चरण में है. इसके अलावा सिकंदरपुर मन किनारे ब्रह्मपुरा दाउदपुर कोठी मोहल्ले में पीएचइडी की जमीन पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट का निर्माण हो रहा है. वह भी अंतिम चरण में है. पीआरओ के अनुसार, अक्टूबर तक हर हाल में एजेंसी को काम पूरा कर देना है. बॉक्स ::: 10274 घरों का होना है कनेक्शन, अब तक महज 3025 का ही सीवरेज की पाइपलाइन बिछाने के बाद स्मार्ट सिटी के एबीडी एरिया में शामिल 10274 घरों का कनेक्शन करना है. गंदे पानी का बहाव सीवरेज वाली पाइपलाइन से होकर ट्रीटमेंट के बाद सिकंदरपुर मन व बूढ़ी गंडक नदी में बहाया जा सके. लेकिन, अब तक एजेंसी ने महज चार हजार घरों का ही कनेक्शन किया है. हालांकि, एजेंसी के अनुसार, राशि में हुई कटौती के बाद एबीडी एरिया के घरों में कनेक्शन की संख्या भी घटा दी गयी है. अब आठ हजार घरों में ही कनेक्शन करना है. कनेक्शन का पाइप सीवरेज की पाइपलाइन से घर तक किया जा चुका है. आगे का कार्य अभी बाकी है. बॉक्स ::: कलेक्ट्रेट से लेकर बैंक रोड तक में सीवरेज का जानलेवा गड्ढा स्मार्ट सिटी से बनी सड़कों पर सीवरेज के मेनहोल (चैंबरों) का निर्माण सड़क से ऊंचा-नीचा कर दिया गया है, जो सरपट सड़कों पर दौड़ने वाले वाहनों के लिए हादसों का बड़ा कारण बन रहा है. इस तरीके से ऊंचे-नीचे मेनहोल किसी एक जगह नहीं है. बल्कि स्मार्ट सिटी से जहां-जहां सीवरेज की पाइपलाइन बिछा सड़क का निर्माण कराया गया है. उन सभी सड़कों की है. कलेक्ट्रेट से लेकर गली-मोहल्ले के साथ जितने प्रमुख रोड इस्लामपुर, तिलक मैदान रोड, लक्ष्मी चौक-ब्रह्मपुरा, जूरन छपरा, इमलीचट्टी के अलावा सरैयागंज -सिकंदरपुर, कंपनीबाग एवं जवाहरलाल रोड तक में बने इस तरह से ऊंचे-नीचे मेनहोल दुर्घटना का बड़ा कारण बन गया है.
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